Big Breaking:सहारनपुर में कोरोना से 58 वर्षीय व्यक्ति की मौत,जून में होनी थी बेटे की शादी,ग्रामीणों में बनी दहशत

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सहारनपुर। सहारनपुर के नकुड़ क्षेत्र के गांव जैनपुर निवासी सुशील कुमार व्यक्ति की ऋषिकेश एम्स में कोरोना से मौत हो गई। पिछले एक सप्ताह से वहां उसका इलाज चल रहा था। गांव में अंतिम संस्कार कोविड नियमों के अनुसार कराया गया। कोरोना से मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई। वहीं, ग्रामीणों में दहशत है।

सुशील बुखार से था पीड़ित

नकुड़ के गांव जैनपुर के सुशील कुमार 58 की रविवार देर रात ऋषिकेश एम्स में मौत हो गई। वह वर्तमान में सहारनपुर के हिम्मत नगर में रह रहा था। मृतक के भाई मास्टर अनिल कुमार ने बताया कि होली के बाद से ही सुशील बुखार से पीड़ित था। ज्यादा कमजोरी आने के बाद 23 मार्च को परिजनों ने सुशील को सहारनपुर के जिला अस्पताल में भर्ती किया। जहां हालत बिगड़ने पर परिजन उसे देहरादून के जौली ग्रांट अस्पताल ले गए।

अस्पताल में चिकित्सकों ने सुशील की कोरोना जांच की। जिनकी जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई। इसके बाद 26 मार्च को परिजन उन्हें इलाज के लिए ऋषिकेश एम्स में ले गए। जहां पर करीब एक सप्ताह तक उपचार चला। रविवार की देर रात इलाज के दौरान सुशील ने दम तोड़ दिया। सोमवार को गांव में कोविड नियमों के तहत अंतिम संस्कार किया गया। तीसरी लहर के बाद जनपद में कोरोना संक्रमण से यह मौत होने का पहला मामला है।

मातम में बदली शादी की खुशियां

अनिल ने बताया कि 23 जून को सुशील के बेटे अजय कुमार की शादी होनी है। घर में शादी की तैयारियां चल रही थी। मृतक अपने पीछे पत्नी मितलेश, दो बेटी राखी, डोली और एक बेटा अजय छोड़ गए। सुशील सहारनपुर की एक प्राइवेट फैक्टरी में गार्ड की नौकरी करते थे।

अस्पताल में नहीं की कोरोना की जांच

भाई अनिल कुमार ने बताया कि 23 मार्च को सुशील को बुखार होने पर सहारनपुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। मगर डॉक्टरों ने उसकी कोरोना जांच नहीं कराई। उसके एक्स-रे करा कर उसे टीबी वार्ड में भर्ती कर दिया। हालत बिगड़ने पर डॉक्टरों ने उसे 24 मार्च को रेफर कर दिया। यदि जिला अस्पताल में ही कोरोना की जांच हो जाती तो समय पर उचित उपचार मिलने से शायद सुशील को बचाया जा सकता था।

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