अब उत्तराखंड की खेल छात्रवृत्ति योजना शुरू
देहरादून: हमारा राज्य कभी भी सिर्फ एक तरह के कार्यक्षेत्र पर निर्भर नहीं रहा है। यहां के बच्चे और युवा जितना गंभीरता से पढ़ाई को लेते हैं, उतने ही आनंद से खेल भी खेलते हैं। खेल खेलने वाले बच्चों को सिर्फ सभी के साथ की जरूरत होती है। हमारे राज्य के बच्चों में प्रतिभा है, ये बार बार देखने को मिला भी है। लेकिन जरूरत है सभी को साथ आने कीअब इसी कड़ी में आठ से 16 साल तक के बच्चों को छात्रवृत्ति और छात्रावास की सुविधा शुरू होने जा रही है।
देहरादून: हमारा राज्य कभी भी सिर्फ एक तरह के कार्यक्षेत्र पर निर्भर नहीं रहा है। यहां के बच्चे और युवा जितना गंभीरता से पढ़ाई को लेते हैं, उतने ही आनंद से खेल भी खेलते हैं। खेल खेलने वाले बच्चों को सिर्फ सभी के साथ की जरूरत होती है। हमारे राज्य के बच्चों में प्रतिभा है, ये बार बार देखने को मिला भी है। लेकिन जरूरत है सभी को साथ आने की। अब इसी कड़ी में आठ से 16 साल तक के बच्चों को छात्रवृत्ति और छात्रावास की सुविधा शुरू होने जा रही है।
बता दें कि उत्तराखंड में आठ से 16 वर्ष के छात्रों को हर माह 1500 रुपये खेल छात्रवृत्ति मिलेगी। राज्य सरकार खासकर बच्चों के खेल कूद पर ध्यान केंद्रित करते हुए उन्हें हर तरह से सशक्त करने का प्लान बना रही है। अब स्क्रीनिंग में पास होने वालों को खेल छात्रावास के साथ ही स्कूलों में भी कोच और अन्य सुविधाएं दी जाएंगी। जानकारी के मुताबिक खेल विभाग ने इस संदर्भ में प्रस्ताव तैयार कर लिया है।
गौरतलब है कि इससे छात्रों को बेहद लाभ होगा। खेल विभाग द्वारा तैयार किए गए प्रस्ताव के अनुसार छात्रवृत्ति के लिए सबसे पहले स्क्रीनिंग की जाएगी ताकि सिर्फ उन्हीं बच्चों को आगे आने का मौका मिले जो वाकई में खेलों में रुचि रखते हैं।
इसमें चयनित होने वाले बच्चों को छात्रवृत्ति दी जाएगी। खास बात ये है कि छात्रवृत्ति के लिए चयन एक साल के लिए होगा। एक साल में देखा जाएगा कि बच्चा किस खेल के लिए फिट है, उसके बाद उसे उसी खेल की सुविधाएं दी जाएंगी। खेल मंत्री रेखा आर्य की मानें तो बच्चों के मन में खेल भावना को बढ़ाना छात्रवृत्ति शुरू करने का मकसद है।