National News :आईआईटी बीएचयू की घटना के बाद कैंपस की लचर सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद बनाने की कवायद शुरू, 50 नए सीसीटीवी कैमरे,फ्लड लाइटे लगेंगी
आईआईटी बीएचयू की छात्रा के कपड़े उतरवाकर अश्लीलता और गैंगरेप की घटना के बाद कैंपस की लचर सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद बनाने की कवायद शुरू हो गई है। इस क्रम में परिसर में 50 नए सीसीटीवी कैमरे, 22 फ्लड लाइट और 134 स्ट्रीट लाइटें लगाई जाएंगी।
यह पहल गत दिनों आईआईटी बीएचयू में एक छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बाद सुरक्षा इंतजाम पर उठे सवालों के मद्देनजर की जा रही है।
छात्रा के साथ अभद्रता के बाद एक हजार सुरक्षाकर्मियों और सीसीटीवी कैमरा नेटवर्क वाला परिसर खासा अशांत हो गया था क्योंकि सामूहिक दुष्कर्म के तीन कथित आरोपित अब तक चिह्नित नहीं किए जा सके हैं। उद्वेलित और आंदोलित छात्र-छात्राओं सड़क पर उतर आए थे। उन्होंने बीएचयू कैंपस की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए थे। इसके बाद विश्वविद्यालय और जिला प्रशासन के साथ स्मार्ट सिटी के अधिकारियों की संयुक्त बैठकों में सुरक्षा खाका तैयार हुआ।
💠उसके तहत सुरक्षा इंतजाम की दृष्टि से कैंपस का सर्वे हुआ जिसमें 56 डार्क स्पॉट चिह्नित किए गए हैं।
परिसर में सीर गेट से डेयरी की ओर जाने वाला मार्ग, हेलीपैड और एम्फी थिएटर के पीछे के इलाके, आयुर्वेद संकाय, कर्मचारी क्लब, शिवाजी हॉल रोड, हॉस्टल रोड के कुछ इलाके डार्क स्पॉट माने गए हैं। सर्वे के दौरान परिसर में 61 ऐसे स्थान चुने गए हैं जहां रोशनी की जरूरत है।
चीफ प्रॉक्टर प्रो. शिवप्रकाश सिंह ने बताया कि परिसर में 134 स्ट्रीट लाइट और 22 फ्लड लाइट लगाने के लिए स्थान चिह्नित हो गए हैं। उन्होंने बताया कि परिसर की सुरक्षा दुरुस्त करने के लिए सेंट्रल कमांड सेंटर स्थापित किया जाएगा। इसके लिए प्रॉक्टर ऑफिस के आसपास जगह की तलाश की जा रही है।
💠जारी है काम
परिसर में हाई रिजॉल्यूशन वाले 50 नए कैमरे भी लगाने की तैयारी है। नए स्थानों का चिह्नीकरण और कैमरे-लाइट की संख्या बढ़ाने पर भी काम चल रहा है।