National News :दक्षिणी गाजा में इस्राइल के हमले से 42 लोगों की मौत,बंधकों की रिहाई के लिए चल रही वार्ता किसी नतीजे तक नहीं पहुंच पाई

0
ख़बर शेयर करें -

इस्राइल व हमास के बीच बंधकों की रिहाई के लिए चल रही वार्ता किसी नतीजे तक नहीं पहुंच पाई। अमेरिकी मध्यस्थों की पहल पर हो रही इस वार्ता में गाजा में पांच दिनों के युद्धविराम के बदले हमास की तरफ से बंधक बनाई गईं दर्जनों महिलाओं व बच्चों की रिहाई की शर्त रखी गई थी।

💠व्हाइट हाउस ने भी इसकी पुष्टि की है। 

वहीं, फलस्तीनी स्वास्थ्यकर्मियों ने बताया कि मध्य गाजा के संकरे तटीय परिक्षेत्र में इस्राइली हवाई हमले के दौरान दो स्थानीय पत्रकारों समेत 31 लोग मारे गए। ये हमले शनिवार देर रात ब्यूरिज व नुसीरत शरणार्थी शिविर के कई मकानों पर हुए। वहीं, जबालिया शिविर में हुए हमलों में 11 फलस्तीनियों की मौत हो गई।

दूसरी तरफ, वार्ता में शामिल कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल-थानी ने दोहा में दावा किया कि वार्ता की बाधाएं बहुत मामूली हैं, जिनमें मुख्य रूप से व्यावहारिक व तार्किक मुद्दे शामिल हैं। इन्हें जल्द दूर कर लिया जाएगा। 240 बंधकों की रिहाई को लेकर वार्ता ऐसे दौर में हो रही है, जब इस्राइल ने गाजा के सघन आबादी वाले दक्षिणी क्षेत्र में हवाई हमले तेज कर दिए हैं। इनमें दर्जनों फलस्तीनी व दो स्कूलों में शरण लेने वाले आम नागरिक मारे गए। इस्राइली हमले की जद में गाजा में संयुक्त राष्ट्र की तरफ से संचालित एक स्कूल के भी आने की सूचना है। इस्राइली सेना ने वेस्ट बैंक के जेनिन व बलाता शरणार्थी शिविर में ब्रिगेड स्तर की दो छापेमारियां कीं।

💠इस्राइल-हमास युद्ध पर अमेरिकी नीतियों के विरोध में उतरे संघीयकर्मी

इस्राइल-हमास युद्ध पर अमेरिकी सरकार की नीतियों के खिलाफ नासा के राजकीय विभाग के कर्माचारी सड़क पर उतर गए हैं। कर्मचारी पत्र जारी कर राष्ट्रपति जो बाइडन से हमास के खिलाफ इस्राइल के युद्ध को तत्काल रोकने की मांग कर रहे हैं। अमेरिकी संसद के कर्मचारी कैपिटल के सामने फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत को लेकर सांसदों की चुप्पी तोड़ने का प्रयास कर रहे हैं।

यह भी पढ़ें 👉  Weather Update:आईएमडी ने उत्तराखंड के नैनीताल में बर्फबारी की जताई संभावना, जानिए कैसा रहेगा आज का मौसम

💠शिविर में छिपे हमास लड़ाके

इस्राइली बलों का दावा है कि उसने हमास से गाजा शहर के उत्तर, पश्चिमोत्तर व पूर्व के बड़े हिस्से से नियंत्रण छीन लिया है। जबालिया शिविर में बड़ी संख्या में हमास लड़ाके छुपे हैं, जिन्हें निशाना बनाया जा रहा है। युद्ध में 52 इस्राइली सैनिक मारे जा चुके हैं। दूसरी तरफ, हमास का दावा है कि जबालिया व बीच शरणार्थी शिविरों के आसपास उसके लड़ाके इस्राइली सेना को मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जबालिया शिवर में घुसने का प्रयास कर रही इस्राइली सेना का रातभर हमास के साथ युद्ध जारी रहा। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इस्राइली हमले में अबतक 12,300 लोग मारे जा चुके हैं, जिनमें 5,000 बच्चे शामिल हैं। उत्तरी गाजा खंडहर में तब्दील हो चुका है। युद्ध के कारण 23 लाख लोग विस्थापित हो चुके हैं।

💠डेथ जोन बना अल-शिफा अस्पताल ः डबल्यूएचओ

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने गाजा के सबसे बड़े अस्पताल अल-शिफा का शनिवार को दौरा किया। प्रतिनिधिमंडल ने इस अस्पताल को डेथ जोन करार दिया। कुछ दिनों पहले इस्राइली बलों ने अस्पताल में स्थित हमास के कमान सेंटर की तलाशी के लिए इसकी घेराबंदी कर ली थी। हालांकि, रविवार को संयुक्त राष्ट्र व फलस्तीनी रेड क्रेसेंट के अभियान में अल-शिफा अस्पताल से 31 समयपूर्व जन्मे बच्चों को निकाला गया। सोमवार को उन्हें मिस्त्र ले जाया जाएगा। उधर, इस्राइली सेना का दावा है कि उसने अल-शिफा अस्पताल में 6,000 लीटर पानी व 2,300 किलोग्राम खाद्य सामग्री की आपूर्ति की है।

यह भी पढ़ें 👉  Uttrakhand News:मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कांडा महोत्सव का किया शुभारंभ,83 करोड़ रुपये की 11 योजनाओं का किया शिलान्यास

💠दक्षिणी गाजा में फिर संगठित हो सकते हैं हमास सरगना

हमास ने शुक्रवार को अहमद बेहर की मौत की पुष्टि की। वह आतंकी संगठन में नंबर तीन की हैसियत में था। बेहर व अन्य आतंकी सरगनाओं के मारे जाने से हमास कमजोर पड़ रहा है, लेकिन उसके शीर्ष लड़ाकों के दक्षिणी गाजा में फिर से संगठित होने का खतरा बढ़ गया है।

💠लोगों की निकासी के लिए तैयार कर रखे हैं संसाधन: भारतीय नौसेना प्रमुख

नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने कहा कि भारतीय नौसेना ने पश्चिम एशिया में चल रहे संघर्ष के मद्देनजर ओमान व अदन की खाड़ियों तथा लाल सागर में संसाधनों को तैनात कर रखा है। लोगों की निकासी की जरूरत होने पर आवश्यक कदम उठाए जा सकते हैं।

नौसेना प्रमुख ने शनिवार को एक कार्यक्रम में पश्चिम एशिया में इजराइल-हमास संघर्ष पर एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, भारत पहले से ही गाजा के लोगों को राहत सामग्री प्रदान कर रहा है। कुमार ने कहा, यदि लोगों की किसी निकासी की आवश्यकता होती है तो नौसेना को तैयार रखा गया है। ओमान व अदन की खाड़ियों के अलावा हमने लाल सागर में भी कुछ इकाइयां तैनात की हैं। जहां तक गाजा का सवाल है, पोत तैनात हैं और हम निकासी में मदद के लिए हर प्रकार की सहायता प्रदान करने के लिए तैयार हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *