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डॉ आरएस टोलिया प्रशासिक अकादमी नैनीताल के तत्वाधान में विकास भवन सभागार में तीन दिवसीय आउटरीच डिजिटल लिटरेसी ई-ऑफिस कार्यशाला के प्रथम दिवस का शुभारंभ जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने दीप प्रज्जवलित कर किया।

 

 

 

 

 

कार्यशाला में कार्मिकों को र्इ-ऑफिस में दक्ष करने के लिए डिजिटल लिटरेसी का प्रशिक्षण रवीन्द्र जोशी एवं आंनलाइन मनोज पांडे द्वारा आर्इएफएमएस, एसीआर आदि की विस्तृत जानकारियां दी गयी। जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने कार्यक्रम में संबोधित करते हुए कहा कि तीन दिवसीय डिजिटल लिटरेसी (र्इ-ऑफिस) प्रशिक्षण का सभी कार्मिक लाभ उठायें।

 

 

 

 

 

 

 

उन्होंने कहा कि वर्तमान का दौर डिजिटल का है, हम सभी को वक्त के साथ चलना होगा, जिसके लिए डिजिटल लिटे्रसी अति आवश्यक है, तभी हम र्इ-ऑफिस कार्य का सुचारू रूप से कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि सभी कार्यो की मॉनिटरिंग डिजिटली हो ही है, इसलिए सभी कार्मिक मनोयोग से प्रशिक्षण ले व र्इ-ऑफिस में दक्ष बने।

 

 

 

 

 

 

मुख्य विकास अधिकारी आरसी तिवारी ने कहा कि एटीआर्इ द्वारा दिये जा रहे प्रशिक्षण में डिजिटल लिटरेसी (र्इ-ऑफिस), आर्इएफएमएस, एसीआर, महिलाओं का कार्यस्थल पर लैगिंक उत्पीडन(निवारण प्रतिशोध एवं प्रतितोष) अधिनियम 2013 पर संवेदीकरण कार्यक्रम आदि का प्रशिक्षण दिया जा रहा है,

 

 

 

 

 

 

वह अति महत्वपूर्ण है, इसलिए सभी लोगे पूरी सिद्दत से प्रशिक्षण प्राप्त करें। जिला विकास अधिकारी संगीता आर्या ने कहा कि वर्तमान समय तकनीकी का है, इसे देखते हुए कार्मिकों को र्इ-ऑफिस के साथ-साथ विभागों द्वारा संचालित विभिन्न पोर्टलों की जानकारी हो,

 

 

 

 

 

 

 

इसलिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है, ताकि र्इ-ऑफिस के कार्य आसानी से किए जा सके। उन्होंने कहा कि समय के साथ तकनीकी र्इ-अपग्रेडेशन हो रहा है, जिससे सभी कार्मिक भिज्ञ हो सकें।
प्रशिक्षण में संयुक्त निदेशक एटीआर्इ प्रकाश चन्द्र, सहायक नोडल अधिकारी प्रशिक्षण/परियोजना निदेशक डीआरडीए शिल्पी पंत, रवीन्द्र जोशी, आंनलाइन प्रशिक्षक मनोज पांडे समेत विभिन्न विभागों के कार्मिक मौजूद रहे।

रिपोटर हिमांशु  गढ़िया

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