Independence Day:स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में इस बार शामिल होंगे यह खास मेहमान, 662 गांवों के विशेष अथिति को भेजा न्योता
इस बार दिल्ली के लाल किला पर होने वाले आजादी के जश्न कार्यक्रम में कुछ खास मेहमानों को शामिल होने के लिए न्योता दिया गया है। 15 अगस्त पर जब लाल किले से प्रधानमंत्री देश को संबोधित करेंगे तो उसके साक्षी चीन से सटे गांवों के सरपंच भी बनेंगे।इस जश्न कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश,अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, उत्तराखंड और लद्दाख में चीन सीमा से लगभग 662 गांवों के सरपंच विशेष अतिथि के रुप में शामिल होंगे। ये सभी गांव केंद्र सरकार के वाइब्रेंट विलेजेज प्रग्राम यानी की (वीवीपी) के हिस्सा है।
इन जिलों में संपर्क अधिकारी नियुक्त करने को लेकर भारत-तिब्बत सीमा पुलिस मुख्यालय ने अपने कर्मियों को निर्देश दिया है।सभी सरपंचों को जिला मुख्यालय से दिल्ली लाने और वापस ले जाने की जिम्मेदारी इन्ही अधिकारियों को सौंपी गई है. ये सभी अधिकारी आईटीबीपी से ही होंगे।
🔹मेहमानों के लिए होगा खास इंतजाम
आईटीबीपी द्वारा जारी विभागीय आदेश में इन मेहमानों के लिए विशेष व्यवस्था करने हेतु कहा गया है। वहीं महिला मेहमानों का खास विशेष रुप से ध्यान रखने का आदेश दिया गया है. कार्यक्रम में शामिल होने वाली महिला मेहमानों को किसी भी प्रकार का कोई परेशानी नहीं हो इसके लिए उचित संख्या में महिला कर्मियों की व्यवस्था की जाएगी।ऐसा भी हो सकता है कि कुछ जिलों से इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कोई व्यक्ति ना मिले, इस स्थिति में संपर्क अधिकारी की ओर से जो भी बेहतर विकल्प होगा उसे मौका दिया जाएगा।महिलाओं के मामले में यह थोड़ा मुश्किल हो सकता है। इस हाल में ऐसी महिला को मौका दिया जाएगा जिसकी अंग्रेजी अच्छी हो। सभी मेहमानों को विमान से दिल्ली लाने का व्यवस्था किया जाएगा। वाइब्रेंट विलेजेज प्रोग्राम के तहत आने वाले सीमावर्ती गांवों के सरपंचों को इस कार्यक्रम की जानकारी दे दी गई है।
🔹सरपंचों को दी जा चुकी है सूचना
इस कार्यक्रम के बारे में मीडिया से बातचीत करते हुए उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के बगोरी गांव के सरपंच सरिता रावत ने बताया कि 2 जुलाई को पंचायत अधिकारियों द्वारा सूचित किया गया कि मुझे लाल किले में स्वतंत्रता दिवस पर आयोजित आजादी के जश्न कार्यक्रम में भाग लेना है. मेरे अलावा आठ और पड़ोसी सरपंचों को भी आमंत्रित किया गया है. आईटीपी के अधिकारी लगातार हमारे संपर्क में है.
वहीं उत्तरकाशी जिले के हर्षिल गांव के सरपंच दिनेश रावत ने जानकारी देते हुए बताया कि, एक सप्ताह पहले जिला प्रशासन और आईटीबीपी के अधिकारियों ने स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पास बनाने हेतु अपने दस्तावेज मुहैया करने के लिए कहा था. लेकिन मुझे अभी कोई औपचारिक निमंत्रण नहीं मिला है, पर बताया गया है कि मुझे और मेरी पत्नी को इस कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया गया है।