एमईएस में नौकरी दिलाने के नाम पर करी करोड़ों की ठगी,32 युवाओं को ठगने वाले आरोपित पंजाब से दबोचे
मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस (एमईएस) में नौकरी लगाने के नाम पर 32 युवकों से एक करोड़ बीस लाख की धोखाधड़ी करने वाले दो आरोपितों को पिथौरागढ़ पुलिस ने पंजाब से दबोच लिया है।
🔹जाने मामला
इस मामले में गत दो जून को नैनी सैनी, पिथौरागढ़ निवासी ललित सिंह बिष्ट व अन्य लोगों द्वारा पुलिस अधीक्षक कार्यालय की फ्राड फाइनेंशियल यूनिट में एक तहरीर दी गई थी। तहरीर में कहा गया था कि विक्रम पठानिया (दीपक सरदार, ऊधमपुर) द्वारा एक बिचौलिए से मिलकर उनसे एमईएस में नौकरी लगाने के नाम पर धोखाधड़ी की गई है।
🔹आरोपितों के खिलाफ आइपीसी की धारा के तहत किया मुकदमा दर्ज
आरोपित द्वारा एमईएस में नौकरी लगाने के नाम पर लिपिक पद के लिए पांच लाख पचास रुपये प्रति व्यक्ति के हिसाब से और स्टोरकीपर पद के लिए प्रति व्यक्ति तीन लाख साठ हजार के हिसाब से 32 लोगों से एक करोड़ बीस लाख की धोखाधड़ी की गई है। इस तहरीर के आधार पर थाना जाजरदेवल में आरोपितों के खिलाफ आइपीसी की धारा 34 /420 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया।
🔹आरोपितों से दो मोबाइल, दो एटीएम कार्ड और हुंडई आई-20 कार भी बरामद
पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह के आदेश पर सीओ नरेंद्र पंत के पर्यवेक्षण में पुलिस की एफएफयू टीम द्वारा मामले की जांच की गई। आरोपियों का पता लगाते हुए थानाध्यक्ष जाजरदेवल मदन सिंह बिष्ट के नेतृत्व में एसआइ जितेंद्र सोराड़ी और एसओजी टीम ने आरोपित विक्रम पठानिया पुत्र रमेश पठानिया, निवासी ग्राम टुनेरा थाना धारकला, जिला पठानकोट पंजाब और दीपक कुमार पुत्र पुरुषोत्तम लाल, निवासी चैक नथल थाना राजबाग कठुवा, जम्मू कश्मीर को पंजाब से गिरफ्तार कर लिया। कोर्ट में पेशी के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया है। आरोपितों से दो मोबाइल, दो एटीएम कार्ड और हुंडई आई-20 कार बरामद की गई है।
🔹स्थानीय व्यक्ति को बिचौलिया बनाकर युवाओं से करते थे ठगी
पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह ने बताया कि विक्रम पठानिया और दीपक कुमार स्थानीय लोगों में से किसी एक को बिचौलिया बनाकर नौकरी की तलाश कर रहे युवाओं को झांसे में लेकर ठगी करते हैं। देश के विभिन्न राज्यों में आरोपितों द्वारा ठगी की गई है। शुक्रवार को पुलिस कार्यालय में इस मामले की जानकारी देते हुए एसपी ने बताया कि पुलिस की फ्राड फाइनेंशियल यूनिट आर्थिक अपराधों को लेकर सतर्क है।
🔹सेना का भगौड़ा है आरोपित
दीपक कुमार आरोपित दीपक कुमार ने बताया कि वह सेना में नायक पद पर तैनात था, और वहां से भाग गया था। उसे सेना द्वारा 2018 में भगौड़ा घोषित किया गया। विक्रम पठानिया टुनेरा में सीएचसी सेंटर चलाता है। दोनों लोग नौकरी की तलाश कर रहे बेरोजगार युवाओं को स्थानीय बिचौलिये की मदद से ठगते हैं। आरोपितों द्वारा अन्य राज्यों में भी इस तरह की ठगी की गई है।