दु:खद-ज्योलीकोट में सोलह वर्षीय किशोरी ने घर पर फंदे में लटक कर दी जान,माँ की डांट से नाराज होकर उठाया यह कदम

नैनीताल।भारत में युवाओं में आत्महत्या की दर वैसे तो ऊंची है, लेकिन मामूली बातों पर कम उम्र के किशोरों की आत्महत्या की बढ़ती घटनाओं ने मनोवैज्ञानिकों और समाज को सकते में डाल दिया है। ऐसी ही घटना नैनीताल के ज्योलीकोट में घटित हुई है।
ग्राम पंचायत चोपड़ा में हर्षिता 16 वर्षीय पुत्री चंदन सिंह जीना का शव फंटे से लटका मिला। मंगलवार सुबह कमरा नहीं खोलने पर परिजनों ने खिड़की से देखा तो घटना का पता चला।
जाने पूरा मामला
सूचना पर चौकी प्रभारी नरेंद्र कुमार पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और दरवाजा तोड़कर हर्षिता का शव नीचे उतारा। पुलिस ने बताया कि परिजनों से पूछताछ में बताया कि सोमवार शाम मां ने हर्षिता को किसी बात को लेकर डांटा था। इसके बाद हर्षिता नाराज होकर घर में अलग कमरे में सोने चली गई थी।
कमरे के अंदर बल्ली में झूलती हुई मिली हर्षिता
मंगलवार की सुबह काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई तो परिजन परेशान हो गए। जवाब नहीं मिलने पर खिड़की से झांककर देखा तो वह हर्षिता कमरे के अंदर बल्ली में फांसी के फंदे पर झूलती हुई मिली। हर्षिता की मौत के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
माँ की डांट से उठाया यह कदम
पुलिस ने प्रथमदृष्टया अंदेशा जताया है कि हर्षिता ने मां की डांट से नाराज होकर यह कदम उठाया होगा। हालांकि पुलिस को कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मृतका के पिता मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण करते हैं। हर्षिता छह भाई-बहनों में सबसे छोटी थी। वह कक्षा 11वीं की छात्रा थी।
विशेषज्ञों का कहना है कि कई बार बच्चे अपना अपमान या अपनी मांग ठुकराए जाने जैसी चीजों को स्वीकार नहीं कर पाते और आत्महत्या जैसा बड़ा कदम शीघ्रता से उठा लेते है ।
रिपोर्टर-रोशनी बिष्ट