यहाँ भूकंप के झटके से डोली धरती लोग घरों से बाहर
केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में गुरुवार की देर रात को भूकंप के झटके महसूस किये गए हैं. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक भूकंप 10 बजकर 22 मिनट पर 3.2 की तीव्रता से आया था.
हालांकि राहत की बात यह है कि अभी तक किसी भी तरह के जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं दी गई है. भूकंप की गहराई जमीन से 10 किलोमीटर नीचे थी.
बता दें कि इससे पहले बीते 5 अप्रैल को भूकंप के झटके महसूस किये गए थे. रिएक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.5 मापी गई. नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी ने ट्वीट कर भूकंप की जानकारी दी थी.
नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी ने बताया था कि 5 अप्रैल को शाम 6 बजकर 54 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किये गए थे. जमीन का केंद्र जमीन से 10 किलोमीटर की गहराई पर था.भूकंप के झटके महसूस हो तो तुरंत फर्श पर बैठ जाएं और सिर को नीचे की तरफ झुकाकर रखें. बेहतर होगा कि आप किसी मजबूत टेबल या फर्नीचर की आड़ लेकर अपना बचाव करें.
इसके अलावा घर के बुजुर्ग और बच्चों पर खास ध्यान रखें. उन्हें बचाव के तरीके बताकर उन्हें सबसे पहले सुरक्षित करें. अगर भूकंप का झटका बहुत तेज है तो सावधानी से अपने घरों से बाहर निकलकर खुले मैदान या सड़क पर चले जाएं. इसके अलावा भूकंप आने पर कांच, खिड़की, पंखा या झूमर आदि जैसी किसी भी भारी और गिरने वाली चीज से दूर रहें.रिक्टर स्केल भूकंप की तीव्रता मापने का एक मापक है,
अमेरिकी भूकंपविज्ञानी चार्ल्स एफ रिक्टर और बेनो गुटेनबर्ग ने साल 1935 में इसे तैयार किया था. भूकंप की तीव्रता सिस्मोग्राफ पर ऊंची लाइनों के रूप में दिखती है. हालांकि आज के मॉडर्न समय में भूकंप की तीव्रता को मापने के लिए कई आधुनिक यंत्री और टेक्नोलॉजी आ चुकी हैं. लेकिन हमेशा भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल के पैमाने पर ही लिखा और समझा जाता है.
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