Health Tips: बरसात के मौसम में बढ़ जाता है डायरिया का खतरा,ऐसे रखें ध्यान

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वर्षा के मौसम में डायरिया का खतरा बढ़ जाता है। डायरिया की वजह से डिहाइड्रेशन यानी निर्जलीकरण से अन्‍य स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी बढ़ जाती हैं। सही उपचार नहीं मिलने पर यह जानलेवा भी साबित हो सकता है। यह कहना है चिकित्‍सा अधिकारी डा मारिया साबिर का। उन्‍होंने बताया कि डायरिया बच्चों की मौत का बड़ा कारण है। इससे बचाव को लेकर डायरिया के लक्षणों के प्रति सतर्कता, सही समय पर उपचार व कुशल रोग प्रबंधन से इससे आसानी से बचाव संभव है।

🔹लक्षण व उपचार

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बार-बार दस्त आना, दस्त के साथ खून का आना, भूख की कमी जैसे सामान्य लक्षणों के आधार पर आसानी से रोग की पहचान संभव है। इस तरह की स्थिति में ओआरएस व जिंक का सेवन इससे बचाव का बेहतर उपाय है। दस्त के कारण पानी के साथ जरूरी इलेक्‍ट्रोलाइट्स, पोटेशियम, क्लोराइड व बाईकार्बोनेट का तेजी से ह्रास होता है। ओआरएस व जिंक शरीर में इन तत्वों की कमी को दूर करता है।

🔹बचाव के लिए यह करें

ये बीमारी दूषित खाद्य पदार्थ व जल के सेवन से होती है। रोग की वजह से पेट के निचले हिस्से में दर्द, पेट में मरोड़, उल्टी आना, बुखार व कमजोरी जैसी समस्या होती है। रोग से बचाव के लिये लोगों को ताजा व गर्म भोजन व स्वच्छ पेयजल का उपयोग करना चाहिए। रोग के संभावित खतरे से निपटने के लिए घर में ओआरएस व जिंक की गोली जरूर रखी जानी चाहिए। बीमारी ठीक नहीं होने पर चिकित्सक को जरूर परामर्श लेना चाहिए। सही समय पर उपचार से डायरिया पर जल्‍द काबू पाया जा सकता है।

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