G -20 सम्मलेन:जी -20 में शामिल होने आए विभिन्न देशों के विदेशी मेहमान पहुंचे ओणी गांव,उत्तराखंड की संस्कृति से हुए रूबरू
जी-20 की बैठक से वैश्विक मानचित्र पर उभरेगा उत्तराखंड
वन एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि जी-20 बैठक का आयोजन उत्तराखंड के लिए बेहतर अवसर है। यह बैठक उत्तराखंड को वैश्विक स्तर पर एक नई पहचान दिलाने का काम करेगी। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि जी-20 की बैठकें भारत में विभिन्न राज्यों में आयोजित की जा रही हैं। उत्तराखंड को अपेक्षाकृत छोटा राज्य होने के बावजूद जी-20 की तीन बैठकों की मेजबानी का अवसर दिया गया है। यह राज्य के लिए खुद को वैश्विक मानचित्र पर अधिक प्रभावी ढंग से लाने का एक अवसर है।
नरेंद्रनगर के होटल वेस्टिन में G20 समिट की एंटी करप्शन वर्किंग ग्रुप की द्वितीय बैठक में विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की गई और एक कॉमन एजेंडा तय कर भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करने पर मंथन हुआ। डीएम सौरभ गहरवार, सीडीओ मनीष कुमार की देखरेख में डेलीगेट्स ओणी गांव का भ्रमण कर रहे हैं। डेलीगेट्स पंचायतघर में ग्राम पंचायतों की योजनाओं का अवलोकन, क्रियान्वयन, टेक्नोलॉजी के उपयोग से पारदर्शी पंचायत व्यवस्था, आंबनबाड़ी केंद्र में बच्चों का पढ़ाई, पोषण आहर, प्राइमरी स्कूल में शिक्षा और ऑनलाइन शिक्षण कार्य, मिल्क कलेक्शन सेंटर में दुग्ध क्रय विक्रय, पॉलीहाउस में सब्जी उत्पादन आदि का जायजा ले रहे हैं।
इसके अलावा वन विभाग के म्यूजियम में हिमालयन जैव विविधता के पशु पक्षियों का संसार को निहार रहे हैं।पंचायत घर के पास सामूहिक भोज कार्यक्रम के दौरान रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुति और उत्तराखंड के पारंपरिक ढोल दमाऊ, मशकबीन का प्रदर्शन आकर्षण का केंद्र रहेगा. ग्राम प्रधान रविंद्र सिंह पुंडीर का कहना है कि वो आयोजन को लेकर उत्साहित हैं।अब उनका गांव अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना चुका है।
टिहरी के जिलाधिकारी सौरभ गहरवार ने बताया ओणी गांव G20 की मेजबानी के लिए पूरी तरह तैयार है।विदेशी मेहमान ग्रामीण भारत और आधुनिक विकास के मध्यनजर गांवों का समुचित विकास मॉडल को देखेंगे। प्रशासन की टीम सफल आयोजन को लेकर आश्वस्त है। उत्तराखंड की संस्कृति, खानपान, वाद्य यंत्र आदि के वैश्विक स्तर पर प्रचार प्रसार का सुनहरा अवसर है।