अब गंगा में कूड़ा डालने वालों पर CCTV कैमरे की रहेगी नजर, आरती को छह दिन शेष, कार्य पूर्ण करना चुनौती
गंगा नदी की स्वच्छता को बनाए रखने की दिशा में जिलाधिकारी सोनिका ने कड़े निर्देश जारी किए। बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला गंगा सुरक्षा समिति की बैठक में जिलाधिकारी ने पिछली बैठक की प्रगति पूछी। नगर निगम ऋषिकेश के अधिकारियों ने बताया कि गंगा नदी व नदी तट पर कूड़ा डालने वालों पर नकेल कसने की कार्रवाई की जा रही है। पूर्व में चिह्नित किए गए 10 स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। जिसके माध्यम से कूड़ा डालने वालों पर कार्रवाई की जा रही है।
इसके अलावा अन्य स्थान भी चिह्नित किए जा रहे हैं। जिलाधिकारी ने ग्रीन बेल्ट विकसित करने के निर्देश भी दिए। जिसके क्रम में अधिकारियों ने बताया कि ऋषिकेश क्षेत्र में स्मृति वन के अंतर्गत ग्रीन बेल्ट विकसित करने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी सुशील मोहन डोभाल, पर्यावरणविद विनोद जुगलान, सुदामा सिंघल, अधिशासी अभियंता गुरमीत सिंह आदि उपस्थित रहे।
जी-20: आरती को छह दिन शेष, कार्य पूर्ण करना चुनौती
बता दें कि ऋषिकेश में इस माह के अंतिम सप्ताह में होने वाली तीसरी बैठक के तहत 28 जून को त्रिवेणी घाट में आरती का आयोजन होगा। इस आयोजन के लिए छह दिन शेष रह गए हैं। विभिन्न विभागों के जगह-जगह फैले काम को देखते हुए कार्यों को पूर्ण करना किसी चुनौती से कम नहीं है। स्थिति यह है कि काम पूरा करने के लिए संबंधित विभाग दिन-रात काम कर रहा है। 20 जून तक सभी काम पूर्ण होने थे। जिलाधिकारी की हिदायत के बावजूद काम अभी भी अधूरे हैं।
आरती स्थल और गंगा के बीच बने टापू का सुंदरीकरण कार्य शुरू कर दिया गया है। टापू के ऊपर कीमती घास और विभिन्न प्रजाति के फूल लगाए जा रहे हैं। यहां की दर्शनीय गंगावतरण और कुरुक्षेत्र में कृष्ण अर्जुन की मूर्ति और ऋषि कुंड को भव्य रूप से सजाया जा रहा है। बाजार में दुकानों के ऊपर नए बोर्ड लगाने का काम चल रहा है, जो अभी भी अधूरा है। दीवारों का रंग रोगन भी जारी है।इंद्रमणि बडोनी चौक से लेकर त्रिवेणी घाट तक सड़क बनाने का काम पूरा हो चुका है।
सड़क के किनारे नालियां, टाइल्स और खड़ंजा बिछाने का जो काम चल रहा है, उसकी गुणवत्ता पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। बीते मंगलवार को हुई वर्षा से कई जगह निर्माण क्षतिग्रस्त हो गया है। नालियों में कई जगह जालियों का स्थान खुला छोड़ा गया है। ऊर्जा निगम के काम जरूर अंतिम चरण में है। अब सिर्फ पुराने खंबों की शिफ्टिंग और नए खंबों में रंग रोगन हो रहा है। स्थानीय नागरिकों को 21 दिन बाद भी पूरे दिन विद्युत आपूर्ति बहाल नहीं हो पाई। अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व रामजी शरण शर्मा, एमडीडीए के सचिव मोहन सिंह बर्नियां ने सभी क्षेत्र में जाकर कार्यों का निरीक्षण किया।