अल्मोड़ा में पहली बार महिला ने एक साथ तीन बच्चों को दिया जन्म, तीनों बेटे स्वस्थ
अल्मोड़ा में एक महिला ने बेस अस्पताल में 03 नवजात बच्चों को जन्म दिया है। बच्चों का भार 1.9 kg , 2 kg n 2.1 kg है। एक साथ तीन बच्चों की डिलीवरी होते ही स्वास्थ्यकर्मी भी हैरत में पड़ गए।
🔹स्वास्थ्य कर्मी भी हुए हैरान
अल्मोड़ा के टम्टा मौहल्ला निवासी माया देवी पत्नी राजू टम्टा की तीसरी प्रेग्नेंसी थी। महिला का पहला एक आठ साल का बेटा है। दूसरी चार साल की बेटी थी। जो अब इस दुनिया में नहीं है। महिला तीसरी बार की प्रेग्नेंसी में गर्भपात कराने आई थी। लेकिन चिकित्सकों ने इस प्रेग्नेंसी को जारी रखने के लिए कहा। वहीं कल बेस अस्पताल में चिकित्सकों को इमरजेंसी में आठ महीने में डिलीवरी करनी पड़ी।
🔹महिला ने एक साथ तीन बच्चों को जन्म दिया
बेस अस्पताल में महिला ने शनिवार को शाम को एक साथ तीन जुड़वा लड़कों को जन्म दिया है। एक साथ तीन बच्चों की डिलीवरी होते ही स्वास्थ्यकर्मी जहां हैरत में पड़ गए। वहीं परिजन बेहद खुश हैं। चिकित्सक के मुताबिक तीनों बच्चें और उनकी मां पूरी तरह से स्वस्थ हैं। अल्मोड़ा में यह पहली बार ऐसा मामला सामने आया है। यहां अस्पताल में पहली बार 03 बच्चों की जन्म की खबर से पूरे अस्पताल में चर्चा का विषय बना हुआ है।
🔹तीन बच्चों की डिलीवरी पर बोली डाॅ. स्वेता चौहान
इस संबंध में मेडिकल कॉलेज की डाॅ. स्वेता चौहान ( Assistant prof ,Main surgeon obs and gynae department ) ने बताया कि महिला माया टम्टा की बीते कल शनिवार को सिजेरियन सेक्शन से डिलीवरी कराई गई। उन्होंने बताया कि यह महिला जब तीसरी बार प्रेंग्नेंट थी तो वह पहले गर्भपात कराना चाह रही थी। लेकिन डॉक्टर ने उन्हें आगे इस प्रेग्नेंसी को जारी रखने को कहा। उनके करियर में यह अल्मोड़ा में पहला केस सामने आया है। उनके अथक प्रयासों से महिला की डिलीवरी हुई। डॉ. चौहान ने बताया कि बीते कल महिला को पेट में दर्द होने लगी। जिसके बाद उन्होंने और उनकी टीम ने इमरजेंसी में सिजेरियन सेक्शन से महिला की डिलीवरी कराई। महिला के तीन बच्चे हुए हैं। तीनों ही बेटे पैदा हुए हैं। जो स्वस्थ हैं।
🔹टीम में रहें शामिल
इस मौके पर चिकित्सकों की टीम में मेडिकल कॉलेज की डाॅ. स्वेता चौहान ( Assistant prof ,Main surgeon obs and gynae department ) डॉ. सिदूति शर्मा ( JR ) नर्स चन्द्रा टम्टा व Anaesthesia टीम डाॅ. शाइमा खान ( Assistant prof) व डॉ. आस्था ( JR ) शामिल रहें।