नहीं बन पाये डीजीपी तो वीआरएस लेने की अपील अब यहाँ करँगे भजन
मध्य प्रदेश के 1986 बैच के आईपीएस अफसर और स्पेशल डीजी पुरुषोत्तम शर्मा ने सरकार से वीआरएस मांगा है. उन्होंने वीआरएस के बाद ऋषिकेश जाकर भजन करने की इच्छा जताई है.बताया जाता है कि उनकी सरकार के साथ पटरी नहीं बैठ पा रही थी.
आईपीएस पुरुषोत्तम शर्मा प्रदेश के सबसे सीनियर आईपीएस अफसर हैं. इस हिसाब से वे प्रदेश के डीजीपी बनने की दौड़ में थे, लेकिन एक मामले में सरकार ने उन्हें सस्पेंड कर दिया.
हाईकोर्ट के निर्देश के आधार पर जब वे बहाल हुए तो उन्हें कोई कार्य या शाखा आवंटित नहीं की गई है. शर्मा का कहना है कि वे सौ बार से अधिक बार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और चीफ सेक्रेट्री इकबाल सिंह बैंस से मिलने के लिए समय मांग चुके हैं. फिर भी दोनों के पास डीजी रैंक के अफसर से मिलने तक का वक्त नहीं है. न्यूज 18 से बातचीत में शर्मा ने कहा कि उन्हें बिना काम किए वेतन लेना अच्छा नहीं लग रहा है.
लिहाजा, स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति मांगी है. इसके बाद वे ऋषिकेश जाकर भजन करेंगे.जुलाई 2021 में शर्मा को सरकार ने एक वायरल वीडियो के आधार पर निलंबित कर दिया था. इसमें वे अपनी पत्नी से झूमाझटकी करते हुए दिखाई दे रहे थे. हालांकि उनकी पत्नी या किसी और ने उनके खिलाफ कोई लिखित शिकायत उनके खिलाफ नहीं की. इसके बाद कैट ने उनका निलंबन निरस्त कर दिया था. जब सरकार ने उन्हें बहाल नहीं किया तो वे हाईकोर्ट की शरण में पहुंच गए थे.
हाईकोर्ट से जीतने के बाद सरकार ने उनके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील कर दी थी. वे सुप्रीम कोर्ट से भी जीत गए थे. इतना सब होने के बाद शर्मा को बहाल तो कर दिया गया लेकिन कोई काम नहीं दिया गया. इसी बात से वे खफा थे.