देहरादून: 3 मई से शुरू हो रही है चारधाम की यात्रा, यात्रा के लिए शासन प्रशासन ने किए चाक चौबंद व्यवस्था
देहरादून: 3 मई से शुरू हो रही है चारधाम की यात्रा, यात्रा के लिए शासन प्रशासन ने किए चाक चौबंद व्यवस्था
उत्तराखंड चारधाम की यात्रा 3 मई को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही शुरू हो रही है। जिसकी तैयारियों में शासन प्रशासन जुटा हुआ है। हालाकि, चारधाम यात्रा में अब मात्र 5 दिन बचे हुए है। ऐसे में चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं से संबंधित विभाग तमाम व्यवस्थाओं को मुकम्मल किए जाने को लेकर बैठके कर अधिकारियों को तमाम जरूरी दिशा निर्देश दे रहे है। हालांकि, चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य कर दिया है लेकिन अभी तक चारधाम यात्रा के लिए सरकार ने एसओपी जारी नहीं की है।
3 मई को यमुनोत्री और गंगोत्री के कपाट खुलेंगे और 6 मई को बाबा केदार के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खेल दिए जाएंगे। वहीं 8 मई को बद्रीनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोले जाएंगे। उससे पहले सरकार और शासन द्वारा यात्रा मार्गो समेत मंदिरों में हर व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि नई सरकार का संदेश देशभर में बेहतर जा सके। देश भर में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामले को लेकर भारत सरकार की ओर से पूर्व में जारी की गई गाइडलाइन का पालन करना अनिवार्य है। ऐसे में जो श्रद्धालु चारधाम की यात्रा पर आ रहे है उन सभी श्रद्धालुओं को तमाम ऐतिहात बरतने की जरूरत है।
इस बार भारी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की है संभावना…….
उत्तराखंड में चार धाम यात्रा के लिए इस बार भारी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। माना जा रहा है कि इस बार यात्रियों की संख्या करोड़ों में जा सकती है। खासकर पर्यटन विभाग चार धाम यात्रा की तैयारियों को अंतिम रूप दे रहा है ताकि उत्तराखंड चार धाम यात्रा पर आने वाले हर एक श्रद्धालुओं को सहूलियत हो सके। पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर इसके लिए ग्राउंड जीरो पर जाकर मॉनिटरिंग कर रहे हैं। साथ ही विभागीय स्तर पर भी चारधाम यात्रा की तैयारियों की समीक्षा कर रहे हैं।
जीएमवीएन के सभी गेस्ट हाउस अगले 2 महीने के लिए फुल…..
पिछले 2 साल से कोरोना की वजह से चार धाम यात्रा सुचारू रूप से नहीं चल पाई थी, इस बार यात्रा पर आने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने होटलों की बुकिंग करा दी है। अगले 2 महीने के लिए जीएमवीएन के सभी गेस्ट हाउस फुल है। केदारनाथ हेली सेवा की ऑनलाइन बुकिंग भी अगले एक महीने के लिए फुल हो चुकी है।
इस बार श्रद्धालू, शंकराचार्य के समाधि का कर सकेंगे दर्शन….
केदारनाथ धाम आने वाले यात्री आठ साल बाद फिर से आदि गुरु शंकराचार्य की समाधि के दर्शन कर सकेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा समाधि का पहले ही लोकापर्ण किया जा चुका है। यह पहला मौका होगा जब यात्री बाबा केदार के दर्शन के साथ ही आदि गुरु शंकराचार्य की समाधि के दर्शन भी पहले दिन से कर सकेंगे।
बार बार चेकिंग से यात्रियों को मिलेगी राहत……
चारधाम यात्रा के लिए पुलिस ने खास व्यवस्था की है। चारधाम यात्रा में अब अन्य राज्यों से आने वाले वाहनों की चेकिंग केवल राज्य के बॉर्डर पर ही होगी। इसके बाद यात्रियों को बार-बार चेकिंग से नहीं जूझना पड़ेगा।
यात्रा के दौरान किसी भी सड़क दुर्घटना होने या आपदा की स्थिति से निपटने के लिए SDRF की तीन नई पोस्ट बनाई गई हैं। इस बार चारधाम यात्रा से पहले करीब 100 पुलिस के जवानों को अंग्रेजी के साथ ही सोशियल और किसी भी यात्री से किस तरह पेश आना है उसकी ट्रेनिंग भी दी गई है। ये पुलिस के जवान अलग-अलग जिलों में टूरिस्ट पुलिस गाइड का काम करेंगे।
वाहनों के लिए ग्रीन कार्ड के साथ ही ट्रिप कार्ड अनिवार्य….
बीते दो साल वैश्विक महामारी कोरोना के चलते चारधाम यात्रा प्रभावित रही। इस बार संक्रमण में कमी के कारण चारधाम यात्रा की तैयारियां जोर पकड़ने लगी हैं। 3 मई से चारधाम यात्रा शुरू होगी। यात्रा को निर्विघ्न संपन्न कराने के लिए उत्तराखंड परिवहन विभाग ने भी व्यवस्थाओं को अमलीजामा पहना दिया है। चारधाम यात्रा में संचालित व्यवसायिक और निजी वाहनों के लिए इस बार ग्रीन कार्ड के साथ ट्रिप कार्ड अनिवार्य कर दिया है। ताकि चारधाम यात्रा पर जाने वाले वाहनों और तीर्थयात्रियों की संख्या का रिकार्ड रखा जा सके। कौन सा वाहन कितने फेरे लगा रहा है, इसका भी रिकॉर्ड रहेगा।
श्रद्धालू कैसे कर सकेंगे चारधाम की यात्रा……….
विश्व प्रसिद्ध यमुनोत्री व गंगोत्री धाम के कपाट अक्षय तृतीया को यानी 03 मई को, केदारनाथ धाम के कपाट 06 मई, और बदरीनाथ धाम के कपाट 08 मई को खोले जाएंगे। पर्यटन विभाग ने इस बार चारधाम यात्रा पर आने वाले तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पंजीकरण की व्यवस्था अनिवार्य की है। बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम की यात्रा करने के लिए तीर्थयात्री और श्रद्धालु, पर्यटन विभाग की वेबसाइट registrationandtouristcare.uk.gov.in पर आनलाइन पंजीकरण करना होगा।
चारधाम की यात्रा पर आने वाले यात्रियों के लिए जारी होगी क्यूआर कोड…..
तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस बार पंजीकरण के साथ ही यात्री को क्यूआर कोड भी जारी किया जा रहा है। इससे न केवल यह पता लग सकेगा कि पंजीकरण करने वाले यात्री ने दर्शन किए हैं या नहीं। बल्कि तीर्थयात्रियों और उनके वाहनों को आसानी से ट्रैक किया जा सकेगा। क्यूआर कोड यात्रियों को दिये जाने वाले रिस्ट बैंड में रहेगा, जिसे प्रत्येक धाम में स्कैन किया जाएगा।
घर बैठे ही कर सकेंगे हैली सेवा की ऑनलाइन बुकिंग…..
केदारनाथ धाम के कपाट 6 मई से खुल रहे हैं। केदारनाथ धाम की यात्रा के लिए आप अपने घर से ही हैली सेवा की ऑनलाइन बुकिंग करा सकते हैं। इसके लिए आपको उत्तराखंड सरकार की वेबसाइट www.heliservices. uk.gov.in ऑनलाइन टिकट बुक करने होंगे हैं। किसी भी समस्या या फिर टिकटों की कालाबाजारी होने पर युकडा की ओर से जारी हेल्पलाइन नंबर 0135-274 6817 कॉल कर सकते है। केदारनाथ यात्रा के लिए गुप्तकाशी, सिरसी और फाटा से हेलीकॉप्टर सेवा संचालित की जाती है। इस बार केदारनाथ के लिए कुल 9 हेलीकॉप्टर कंपनियां सुविधा मुहैया कराएंगी।
चारधाम में स्वास्थ्य सुविधा के दृष्टिगत एंबुलेंस की व्यवस्था…..
चारों धाम के समीप अस्पताल तैयार किये गये हैं। केदारनाथ और बद्रीनाथ में चार-चार बेड्स के अस्पताल तैयार किये गये हैं। गंगोत्री और यमुनोत्री में भी दो-दो बेड के अस्पताल मंदिर परिसर के समीप तैयार किये गये हैं। इन अस्पतालों में विशेष सुविधाएं रखी गई हैं। चारों धाम में जरूरत पड़ने पर एंबुलेंस की सुविधाएं भी रखी गई है। जिसके तहत रुद्रप्रयाग ज़िले में 108 की 6 और विभागीय 8 एम्बुलेंस, चमोली ज़िले में 108 की 17 और विभागीय 14 एम्बुलेंस और उत्तरकाशी ज़िले में 108 की 14 और विभागीय 15 एम्बुलेंस की व्यवस्था है।
चारधाम यात्रा की जानकारी के लिए हेल्पलाइन नंबर……
चारधाम यात्रा से जुड़ी किसी भी जानकारी के लिए उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद की ओर से पर्यटकों एवं तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए चारधाम कन्ट्रोल रूम से हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं। यूटीडीबी में बनाए गए कंट्रोल रूम में टोल फ्री नंबर से तीर्थयात्रियों को पंजीकरण और मौसम से लेकर यात्रा मार्गों और अन्य सभी जरूरी जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। तीर्थयात्री टोल फ्री नंबर 1364 एव 0135-1364 (अन्य प्रदेशों हेतु), चारधाम कन्ट्रोल रूम के हेल्पलाइन नंबर 0135-2559898, 0135-2552627 और 0135-3520100 पर मौजूद कर्मचारी से पंजीकरण, यात्रा मार्गों की स्थिति, मौसम की जानकारी, बुकिंग की स्थिति, आनलाइन बुकिंग और हेलीकाप्टर सेवा आदि तमाम जानकारी ले सकते हैं।