भर्ती परीक्षाओं में गड़बड़ी रोकने को आयोग अध्यक्ष ने उठाया कदम, अब पुलिस पर रहेगी भर्ती परीक्षाओं में नकल रोकने की जिम्मेदारी
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से कराई जाने वाली परीक्षाओं में अब चेकिंग का जिम्मा पुलिस के पास होगा। पुलिस परीक्षा केंद्रों पर अभ्यर्थियों की जांच के साथ नकल कराने वालों पर भी नजर रखेगी।बुधवार को आयोग अध्यक्ष जीएस मर्तोलिया ने हल्द्वानी में प्रेसवार्ता ने नई व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी दी।
आयोग अध्यक्ष ने बताया कि मई माह से शुरू होने वाली परीक्षाओं के लिए आयोग ने कड़े कदम उठाए हैं। पूर्व में परीक्षा केंद्रों पर अभ्यर्थियों की जांच और बॉयोमैट्रिक उपस्थिति की व्यवस्था आउटसोर्स एजेंसी संभालती रही है। लेकिन अब एजेंसी केवल उपस्थिति दर्ज करेगी। परीक्षा केंद्र पर होने वाली हर तरह की जांच पुलिस करेगी। इसके साथ परीक्षा तिथि से एक सप्ताह पहले केंद्र के नजदीकी होटल और रिजॉर्ट और कोचिंग सेंटरों में भी पुलिस जांच करेगी। संवेदनशील क्षेत्रों में किसी भी परीक्षा के लिए केंद्र नहीं बनाया जाएगा।
प्रशासन, शिक्षा विभाग के साथ की बैठक
आयोग अध्यक्ष ने भर्ती परीक्षाओं के संबंध में बुधवार को प्रशासन व शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। कहा कि उत्तराखंड में भर्ती परीक्षाओं में नकल के मामले सामने आने के बाद निजी एजेंसियों से कराए जाने वाले कामों पर सवाल उठने लगे हैं। पेपर छापने से लेकर अभ्यर्थियों की जांच तक में गड़बड़ी की आशंका जताई जाती रही है। परीक्षा केंद्रों के नजदीकी होटल और रिजॉर्ट में पेपर हल होने के मामले पकड़े गए। अब इन पर रोक लगाने की जिम्मेदारी पुलिस निभाएगी।
आगामी परीक्षाएं
परीक्षा तिथि
रक्षक (सचिवालय सुरक्षा) 21 मई
वन दरोगा 11 जून
स्नातक स्तरीय पदों की परीक्षा 9 जुलाई
कुमाऊं में 62 केंद्रों पर होगी सचिवालय रक्षक की परीक्षा
आयोग अध्यक्ष ने सभी अधिकारियों को नकल विहीन परीक्षा कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि सचिवालय रक्षक की परीक्षा के लिए कुमाऊं मंडल में 62 परीक्षा केंद्र बनाए गए है। उन्होंने संभावित परीक्षा केन्द्र क्वीन्स पब्लिक स्कूल एवं खालसा इन्टर कॉलेज का निरीक्षण भी किया गया। बैठक में डीएम धीराज सिंह गर्ब्याल, एडीएम शिव चरण द्विवेदी, एसपी क्राइम डॉ. जगदीश चन्द्र, राजेश भट्ट, मुख्य शिक्षा अधिकारी केएस रावत, हेमन्त भटट, मुख्य कोषाधिकारी अल्मोड़ा सुरेश चन्द्र तिवारी, सीओ अल्मोड़ा विमल प्रसाद मौजूद रहे।