बालश्रम बर्दाश्त नहीं किया जायेगा,–मुख्य विकास अधिकारी
विकास भवन सभागार में बालश्रम उन्मूलन जिला टास्क फोर्स की बैठक लेते हुए रोस्टर बनाकर प्रत्येक माह खदान, फैक्ट्री, होटल, ढाबों का औचक निरीक्षण करने के निर्देश
मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार सिंह ने श्रम अधिकारी को दियें। उन्होंने कहा कि प्रत्येक माह कम से कम 10 औचक निरीक्षण अनिवार्य रूप से जिला टास्क फोर्स द्वारा किये जाए।
उन्होंने कहा कि औचक निरीक्षण के दौरान पुलिस व एनजीओ का सहयोग लिया जाए। मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि 14 वर्ष से कम आयु के बच्चों से श्रम कराना अपराध है इसलिए किसी भी दशा में बालश्रम बर्दाश्त नहीं किया जायेगा, इसे रोकना हम सभी को दायित्व है। उन्होंने कहा कि बालश्रम के साथ ही बच्चों में भिक्षावृत्ति को भी रोका जाए तथा ऐसे भिक्षावृत्ति वाले बच्चों को विद्यालयों से जोडने के निर्देश भी दियें। उन्होंने कहा कि खदान क्षेत्रों में कार्य करने वाले मजदूरों का श्रम कार्यालय में पंजीकरण करने के साथ ही उनके बच्चों का स्वास्थ आदि का परीक्षण भी कराया जाए।
श्रम अधिकारी सुरेश चन्द्र ने बताया कि जनपद में बालश्रम का प्रकरण सामने नहीं आया है, लेकिन टास्क फोर्स व पुलिस द्वारा नियमित खनन क्षेत्रों व होटल-ढाबों का नियमित निरीक्षण किया जाता है। बैठक में अधि0अधि0 नगर पालिका सतीश चन्द्र, विधि परीविक्षक अधिकारी संतोष जोशी, पुलिस निरीक्षण त्रिलोक राम, उप निरीक्षक सुरभि राणा, बाल कल्याण समिति के कैलाश बोरा, एडीपीआरओ एचआर आर्या आदि मौजूद रहें।
रिपोर्ट: हिमांशु गढ़िया