Bageshwar News:कत्यूर घाटी में बढ़ रहा गडेरी का उत्पादन, पिछले साल से घट गए दाम
कत्यूर घाटी में इस बार गडेरी का खासा उत्पादन हुआ है। हालांकि मांग से ज्यादा उत्पादन होने के कारण किसानों को गडेरी के दाम पिछले साल से कम मिल रहे हैं। पिछले वर्ष 40 रुपये किलो तक बिकी गडेरी इस बार 30 से 35 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रही है।इसके बावजूद किसानों और व्यापारियों को बेहतर कमाई की उम्मीद है।
🔹हर किसान कर रहे गडेरी की खेती
कत्यूर घाटी के ऊंचाई वाले इलाके में गडेरी की खेती होती है। क्षेत्र के लौबांज, अणां और उड़खुली गांव की गडेरी वर्षों से लोकप्रिय है। कत्यूर घाटी के ऊंचाई वाले गांवों का हर किसान गडेरी उगाता है। इस उत्पादन में किसानों को पसीना बहाना पड़ता है। बेमौसमी बारिश होने के कारण इस बार विकासखंड क्षेत्र में गडेरी का उत्पादन बढ़ा है।
🔹दूरदराज से ग्राहक गडेरी खरीदने गांव पहुंच रहे
अणां गांव के किसान योगेंद्र सिंह बिष्ट, ठाकुर सिंह रावत, दान सिंह परिहार, सुंदर सिंह किरमोलिया ने बताया कि उन्होंने चार से पांच किलो वजन की गडेरी उगाई है। इस बार गडेरी का उत्पादन अच्छा होने के कारण दूरदराज से ग्राहक गडेरी खरीदने गांव पहुंच रहे हैं। किसान 35 से 40 रुपये की दर से गडेरी बेच रहे हैं।
🔹लोगो को गडेरी का स्वाद काफी भा रहा
गडेरी उत्पादन के लिए प्रसिद्ध गांव लौबांज निवासी किसान ज्येष्ठ उपप्रमुख बहादुर सिंह कोरंगा, एडवोकेट जेसी आर्या ने बताया कि गांव का हर परिवार साल में दस हजार रुपये तक की गडेरी बेचता है। पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण ने बताया कि पूर्व सीएम हरीश रावत को लौबांज की गडेरी का स्वाद काफी भाता है। वह हर साल गांव से गडेरी मंगवाते हैं।
🔹 हर होटल और पर्यटक आवास में परोसा जाए
होटल एसोसिएशन कौसानी के अध्यक्ष बबलू नेगी ने बताया कि क्षेत्र के कुछ होटलों में शीतकाल में गडेरी की सब्जी बनती है। इसलिए उन्होंने पर्यटन विभाग और कुमाऊं मंडल विकास निगम प्रबंधन से जिले के हर होटल और पर्यटक आवास गृहों में गडेरी की सब्जी परोसने के निर्देश जारी करने की मांग की है।