Asian Games 2023: एशियन गेम्स में नीरज चोपड़ा ने लगातार दूसरी बार जीता गोल्ड
चीन में खेले जा रहे एशियन गेम्स 2023 के जैवलिन थ्रो फाइनल मुकाबले में भारत को दो मेडल मिले।भारत के स्टार एथलीट नीरज चोपड़ा ने लगातार दूसरी बार एशियाई खेलों के भाला फेंक स्पर्धा में स्वर्ण जीता है। उन्होंने 88.88 मीटर के सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ स्वर्ण पर कब्जा जमाया।
🔹जेना को मिली चांदी
वहीं, भारत के ही किशोर जेना ने 87.54 मीटर के सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ रजत हासिल किया। नीरज ने 2018 जकार्ता एशियाई खेलों में भी स्वर्ण जीता था। वहीं, किशोर का यह पहला एशियाई खेल है और उन्होंने रजत पर कब्जा जमाया। यह किसी भी प्रतियोगिता में जेना का पहला पदक है। जापान के गेंकी डीन 82.68 मीटर के सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ तीसरे स्थान पर रहे।
1951 से भाला फेंक एशियाई खेल का हिस्सा रहा है। यह 72 वर्षों में पहली बार है जब इस स्पर्धा में भारत के ही दो एथलीट ने स्वर्ण और रजत पर कब्जा जमाया हो। भारत के अब एशियाई खेलों के भाला फेंक स्पर्धा में पांच पदक हो गए हैं। इन दो पदक से पहले 1951 दिल्ली एशियाई खेलों में परसा सिंह ने रजत, 1982 दिल्ली एशियाई खेलों में गुरतेज सिंह ने कांस्य और 2018 जकार्ता एशियाई खेलों में नीरज ने स्वर्ण जीता था। वहीं, ऐसा भी पहली बार है जब एशियाड के पुरुषों के भाला फेंक में भारत ने दो पदक जीते हैं।
🔹नीरज चोपड़ा-किशोर जेना का पहला थ्रो
नीरजा का पहला थ्रो 82.38 मीटर का रहा। इस थ्रो के बाद वह पहले स्थान पर पहुंच गए थे। भारत के ही किशोर जेना उनके बाद दूसरे स्थान पर थे। जेना ने 81.26 मीटर का थ्रो किया था। जापान के गेंकी डीन 78.87 थ्रो के साथ तीसरे स्थान पर थे।
🔹नीरज चोपड़ा-किशोर जेना का दूसरा थ्रो
नीरज का दूसरा थ्रो 84.49 मीटर का रहा। उन्होंने अपने पिछले थ्रो में सुधार किया। वह पहले स्थान पर बरकरार रहे। वहीं जेना दूसरे स्थान पर थे। जेना का दूसरा थ्रो 79.76 मीटर का रहा।
🔹इसी साल विश्व चैंपियन बने थे नीरज
नीरज अमेरिका के यूजीन में आयोजित डायमंड लीग के फाइनल में कुछ खास नहीं कर पाए थे और दूसरे स्थान पर रहे थे। तब उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ थ्रो 83.80 मीटर का किया था। वह चेक गणराज्य के जाकुब वादलेच से पीछे रह गए थे। नीरज ने इस साल दोहा डायमंड लीग में उन्होंने 88.67 मीटर दूर भाला फेंका था, जबकि लुसान डायमंड लीग में वह 87.66 मीटर के साथ जीते थे। ज्यूरिख डायमंड लीग में 85.71 के बेस्ट अटेम्प्ट के साथ दूसरे स्थान पर रहे थे। वहीं, विश्व चैंपियनशिप में नीरज ने 88.17 मीटर का थ्रो किया था और स्वर्ण पदक जीता था।