Nainital News:नैनीताल जिले को बम से उड़ाने की धमकी देने वाले आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार

ख़बर शेयर करें -

नैनीताल को बम से उड़ाने की धमकी देने के आरोप में एक युवक को उत्तराखंड विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने आंध्र प्रदेश से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी।

🔹जाने मामला 

कुमारपुलिस के फेसबुक पेज पर नैनीताल को बम ब्लास्ट से उड़ाने की धमकी देने वाला आरोपी खालिद कोई सिरफिरा नहीं, बल्कि बेहद शातिर व आईटी का एक्सपर्ट है। फेसबुक में धमकी भरा मैसेज भेजने से पहले आरोपी ने न सिर्फ फर्जी गूगल व फेसबुक पेज बनाया, बल्कि पुलिस की पकड़ से बचने को रेलवे स्टेशन के वाईफाई तथा वीपीएन का प्रयोग किया।

🔹आरोपी के विरुद्ध छह अन्य राज्यों में भी केस दर्ज हैं

आरोपी मुस्लिम बनने के बाद मस्जिदों से चंदा एकत्रित करता था। उसके मोबाइल में जानकारियों को छिपाने वाले कई ऐप भी मिले हैं, जिस कारण एसटीएफ का शक और गहरा रहा है। फिलहाल, आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन से उसके कनेक्शनों की जांच की जा रही है।

यह भी पढ़ें 👉  Almora News :स्टेडियम के शिलापट्ट से हेमवती नन्दन बहुगुणा का नाम हटाना दुर्भाग्यपूर्ण-वैभव पाण्डेय

🔹पुलिस को करनी पड़ी मशक्कत

इसी साल, 17 जुलाई को पुलिस के फेसबुक पेज पर नैनीताल को बम ब्लास्ट से उड़ाने की धमकी भरा मैसेज आया तो पुलिस अधिकारियों में खलबली मच गई। तल्लीताल थाने में केस दर्ज करने के बाद मामला एसटीएफ को हस्तांतरित कर दिया गया। करीब एक माह की कड़ी मशक्कत कर एसटीएफ ने आरोपी खालिद को आंध्र प्रदेश से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की मगर उसने पुलिस को भी खूब छकाया।

🔹बेहद शातिर व आईटी में एक्सपर्ट है आरोपी

गिरफ्तार नितिन शर्मा उर्फ खालिद बेहद शातिर व आईटी का एक्सपर्ट है। एसटीएफ टीम में शामिल एसआई राजेश ध्यानी ने बताया कि 13 जुलाई को आरोपी ने नडियाल जिला स्थित रेलवे स्टेशन के वाईफाई का प्रयोग कर नयी ईमेल आईडी बनाई, जिससे नितिन शर्मा के नाम से नया फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाया। मगर अकाउंट बनाने के पांच दिन बाद उक्त स्थल से करीब 500 किमी दूर विजयवाड़ा की एक डोरमेट्री की वाईफाई प्रयोग कर फेसबुक पर मैसेज पोस्ट किया ताकि उसकी लोकेशन और आईपी एड्रेस पता न लग सके।

यह भी पढ़ें 👉  देश विदेश का ताजा खबरें रविवार 21 जुलाई 2024

🔹2015 में घर से निकाला, इसके बाद बदला धर्म

पूछताछ में पता लगा कि दूसरी जाति की युवती से प्रेम प्रसंग होने के कारण 2015 में आरोपी को दिल्ली स्थित उसके घर से निकाल दिया गया था। इसके बाद उसने राजस्थान जाकर धर्म परिवर्तन कर लिया और वह कई प्रदेशों के मुस्लिम संगठनों के संपर्क में रहने लगा।