Almora News :आयुष्मान योजना के तहत जिले में आभा आईडी बनाने की रफ्तार बेहद धीमी,2018 से अब तक सिर्फ 3.75 लाख लोगों की ही बन सकी आभा आईडी

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06 लाख लोगों की आईडी बनाने का है लक्ष्य, 2018 से अब तक तीन लाख लोगों की ही बन सकी है आईडीअल्मोड़ा। आयुष्मान योजना के तहत जिले में आभा आईडी बनाने की रफ्तार बेहद धीमी है। वर्ष 2018 से अब तक सिर्फ 3.75 लाख लोगों की ही आभा आईडी बन सकी है।

ऐसे में योजना के तहत उपचार करा रहे मरीज अपनी बीमारी से संबंधित जांच रिपोर्ट के साथ ही उपचार संबंधी दस्तावेजों की फाइल के साथ अस्पतालों के चक्कर काटने के लिए मजबूर हैं।

जिले में आयुष्मान योजना के तहत बने स्वास्थ्य कार्ड के साथ संबंधित लोगों की आभा आईडी बननी है। योजना के तहत किसी भी अस्पताल में उपचार करा रहे मरीज की बीमारी और उपचार संबंधी पूरी जानकारी आभा आईडी के जरिए हर अस्पताल को आसानी से मिल सकती है। यहां तक कि जांच रिपोर्ट भी ऑनलाइन दर्ज होती है, इससे मरीज की केस हिस्ट्री जानने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को दस्तावेजों और जांच रिपोर्ट की जरूरत नहीं होती। इस योजना से जुड़े मरीजों को किसी भी अस्पताल में उपचार कराने के कोई भी दस्तावेज साथ नहीं ले जाने होंगे।

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जिले में 6.22 लाख लोगों की आभा आईडी बनाने का लक्ष्य तय है। वर्ष 2018 में आईडी बननी शुरू हुई जो छह साल बाद भी अंजाम तक नहीं पहुंच सकी है। अब तक सिर्फ तीन लाख लोगों की ही स्वास्थ्य विभाग आभा आईडी बना सका है। 

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💠प्रचार-प्रसार की कमी कारण

अल्मोड़ा। जागरूक लोग आभा आईडी बनाने में दिलचस्पी दिखा रहे हैं, लेकिन अधिकांश लोग इस योजना से अंजान हैं। स्वास्थ्य विभाग की मानता है कि इस लाभकारी योजना का व्यापक तौर पर प्रचार-प्रसार करने की जरूरत है। हैरानी है कि सबकुछ जानते हुए भी इसकी पहल शुरू नहीं हो सकी है।

कोट- जानकारी के अभाव में लोग आभा आईडी नहीं बना रहे हैं। योजना का प्रचार-प्रसार कर इस काम में तेजी जाने का प्रयास किया जाएगा।

डॉ. आरसी पंत, सीएमओ, अल्मोड़ा।

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