Almora News:लंबी वेटिंग देख 70 से अधिक मरीज मायूस लौटे ,ऊंचे दाम चुकाकर अल्ट्रासाउंड कराने को मजबूर महिलाएं
जिले के सबसे बड़े बेस अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्थाएं लड़खड़ाने से हालात गंभीर हो गए हैं। यहां अल्टासाउंड ठप हैं। जिला और महिला अस्पताल में मरीजों और गर्भवतियों का दबाव बढ़ गया है।
🔹बिना अल्ट्रासाउंड करे घर लौटे लोग
मंगलवार को बड़ी संख्या में मरीज और गर्भवती महिलाएं अल्ट्रासाउंड के लिए जिला और महिला अस्पताल पहुंचीं। भीड़ अधिक होने से उन्हें समस्याओं का सामना करना पड़ा। घंटों इंतजार के बाद कई मरीजों और गर्भवतियों के अल्ट्रासाउंड नहीं हुए और उन्हें मायूस लौटना पड़ा।
🔹मरीजों और गर्भवतियों का दबाव बढ़ रहा
बेस अस्पताल में एकमात्र रेडियोलॉजिस्ट का बांड खत्म होने से यहां अल्ट्रासाउंड ठप हैं। यहां से मरीजों और गर्भवती महिलाओं को जिला और महिला अस्पताल रेफर किया जा रहा है। ऐसे में दोनों अस्पतालों में अल्ट्रासाउंड कराने वाले मरीजों और गर्भवतियों का दबाव बढ़ गया है। बीतों दिनों की अपेक्षा इनकी संख्या दोगुनी से भी अधिक पहुंच गई है।
🔹ऊंचे दाम चुकाकर अल्ट्रासाउंड कराने को मजबूर
सोमवार को जिला अस्पताल में 90 से अधिक मरीज और महिला अस्पताल में 80 से अधिक गर्भवती महिलाएं अल्ट्रासाउंड के लिए पहुंचीं। भीड़ अधिक होने से उन्हें घंटों अपनी बारी का इंतजार करना पड़ा। पूरे दिन में जिला अस्पताल में 55 और महिला अस्पताल में 43 अल्ट्रासाउंड हुए। करीब 60 से अधिक मरीजों और गर्भवतियों को मायूस लौटना पड़ा। दूर-दराज से पहुंची गर्भवतियों ने निजी अस्पतालों का रुख किया और ऊंचे दाम चुकाकर अल्ट्रासाउंड कराने पड़े।
🔹बेस में रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती का इंतजार
बेस अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती और स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का पटरी पर लौटने का इंतजार है। लाचार अस्पताल प्रबंधन ने रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती के लिए स्वास्थ्य विभाग को पत्र को लिखा है। इस पर अब तक निर्णय नहीं लिया जा सका है। ऐसे में अस्पताल प्रबंधन के लिए नई फैकल्टी की नियुक्ति होने का इंतजार करने के अलावा दूसरा विकल्प नहीं है।
🔹बोले लोग
सुबह से अल्ट्रासाउंड कराने के लिए बेस अस्पताल पहुंची लेकिन यहां से रेफर कर दिया गया। किसी तरह महिला अस्पताल पहुंची लेकिन यहां भी भीड़ जुटी रही। चार घंटे इंतजार के बाद किसी तरह अल्ट्रासाउंड हो सका। -प्रीति बिष्ट, बेह।
बेस अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्थाएं पूरी तरह चरमरा गई हैं। यहां से रेफर होकर महिला अस्पताल पहुंची। किसी तरह अल्ट्रासाउंड हुआ। कई महिलाओं को बैरंग लौटना पड़ा। – संगीता जोशी, धारानौला।
जिला अस्पताल में अल्ट्रासाउंड कराने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ा। दो घंटे बाद किसी तरह नंबर आया तब जाकर राहत मिली।
-गौरव सिंह भाकुनी, हवालबाग।