Almora News:गिरचोला में राज्य आंदोलनकारियों की बैठक: क्षेत्र की उपेक्षा का आरोप, विकास ठप
अल्मोड़ा 16 नवंबर आज यहां जिला मुख्यालय से 35 किलोमीटर दूर गिरचोला में राज्य आंदोलनकारियों ने एक बैठक कर क्षेत्रीय समस्याओं पर चर्चा की। बैठक में वक्ताओं ने कहा कि इस क्षेत्र में लगभग तीन दर्जन चिन्हित राज्य आंदोलनकारी हैं।अकेले गिरचोला गांव में 19चिन्हित राज्य आंदोलनकारी हैं। राज्य आंदोलनकारी बहुल क्षेत्र होने के कारण इस क्षेत्र को उक्रांद समर्थक क्षेत्र मानते हुए राज्य बनने के बाद शासन/प्रशासन तथा जनप्रतिनिधियों ने क्षेत्र की घोर उपेक्षा की परिणाम स्वरूप क्षेत्र का विकास ठप पड़ गया। क्षेत्र में शिक्षा के लिए स्थापित राजकीय इंटर कालेज नगरखान स्थापना के 45 वर्ष बाद भी भवनहीन है विद्यालय में गणित जैसा महत्वपूर्ण विषय ही नहीं है। क्षेत्र की स्वास्थ्य व्यवस्था राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय के भरोसे है जिसमें कर्मचारियों के आवास क्षतिग्रस्त हैं जिससे कर्मचारी यहां रहते नहीं हैं क्षेत्र को जोड़ने वाली सड़कें आधी अधूरी बनी हैं तथा क्षतिग्रस्त हैं। क्षेत्र में पेयजल की भी भारी किल्लत है क्षेत्र के लिए बनाई गयी चनोली ग्राम समूह पेयजल योजना में पर्याप्त पानी न होने से अच्छी बारिश होने के बावजूद जाड़ो के दिनों में भी तीसरे दिन पानी दिया जा रहा है इसलिए क्षेत्र के लिए स्वांल नदी अथवा सरयू नदी से लिफ्ट पेयजल बनाये जाने की मांग बैठक में की गयी। बैठक में नगरखान तुरीनौला,गिरचोला दौला लिंक मार्ग बनाये जाने की भी मांग की गयी।बैठक में निर्णय लिया गया कि स्थानीय एवं राज्य आंदोलनकारियों की समस्याओं के समाधान हेतु 20 नवंबर को एक शिष्टमंडल जिलाधिकारी अल्मोड़ा से मुलाकात करेगा। बैठक में ब्रह्मा नन्द डालाकोटी, दौलत सिंह बगड्वाल बसंत जोशी, गोपाल सिंह बनौला, कुन्दन सिंह, कैलाश राम,पूरनराम,बिशन सिंह,नंदन सिंह देवकी देवी राज्य आंदोलनकारियों सहित स्थानीय लोगों ने भागीदारी की।
