Almora News :बारिश के बाद मलबा और बोल्डर गिरने से जिले में सात सड़कें हुई बंद,आवाजाही थमने से 20 हजार से अधिक की आबादी को करना पड़ा खासी दिक्कत का सामना

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अल्मोड़ा। बारिश के बाद मलबा और बोल्डर गिरने से जिले में सात सड़कें बंद हो गईं। इससे 40 से अधिक गांव अलग-थलग पड़ गए। सड़कों पर आवाजाही थमने से 20 हजार से अधिक की आबादी को खासी दिक्कत का सामना करना पड़ा।

बुधवार रात हुई बारिश से जनजीवन खासा प्रभावित रहा। बारिश के बाद पहाड़ी से मलबा और बोल्डर गिरने से डूंगरा-झिगोली, ध्याड़ी-भनोली, ज्वारनड़ी-बकस्वाण, जैंती-नयासंग्रौली, मंगलता-त्रिनेली, जाखसौड़ा-पिपना मन्हैत सड़कों पर आवाजाही ठप रही। ऐसे में क्षेत्र के 40 गांवों का शेष दुनिया से सड़क संपर्क कटने से ग्रामीणों का गांवों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया। किसी तरह ग्रामीण और मरीज दरकती पहाड़ी और मलबे के बीच पैदल आवाजाही कर बाजार और अस्पताल पहुंचे। वाहनों की आवाजाही ठप होने से ग्रामीणों को पीठ पर ढोकर दैनिक जरूरत का सामान घर पहुंचाना पड़ा।

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सूचना के बाद आपदा प्रबंधन विभाग ने मौके पर जेसीबी भेजकर डूंगरा-झिगोली, ध्याड़ी-भनोली, ज्वारनड़ी-बकस्वाण सड़कों पर आवाजाही शुरू कराई। देर रात तक जैंती-नयासंग्रौली, मंगलता-त्रिनेली, जाखसौड़ा-पिपना मन्हैत सड़कों पर आवाजाही शुरू नहीं हो सकी। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी विनीत पाल ने बताया कि सड़कों को खोलने का काम लगातार जारी है। जल्द ही सभी सड़कों पर आवाजाही शुरू की जाएगी।

💠भैसियाछाना में सबसे अधिक 69.5 मिमी बारिश

अल्मोड़ा। जिला मुख्यालय सहित जिले के विभिन्न हिस्सों में बारिश हुई। जिला मुख्यालय में 13.8 एमएम, भैसियाछाना में सबसे अधिक 69.5 एमएम बारिश रिकाॅर्ड की गई। रानीखेत में 60, सोमेश्वर में 40, द्वाराहाट में 37, चौखुटिया में 57, भिकियासैंण में 4.5, ताकुला में 44, सल्ट में दो, शीतलाखेत में 3.5, मासी में 10.5 एमएम बारिश हुई। बारिश के बाद नदियों का जलस्तर भी बढ़ गया। कोसी बैराज का जलस्तर 1126.65 जबकि रामगंगा नदी का जलस्तर 921.65 मीटर रिकार्ड किया गया। 

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💠कोसी बैराज में सिल्ट जमा होने से जलापूर्ति रही बाधित

अल्मोड़ा। भारी बारिश के बाद कोसी बैराज में भारी मात्रा में सिल्ट जमा हो गई। ऐसे में नगर की प्यास बुझाने वाली कोसी पंपिंग योजना से नगर के जलाशयों में जलापूर्ति नहीं हुई। 10 घंटे तक पंपिंग न होने से जलाशयों में पानी नहीं भर सका। देर रात सिल्ट हटाकर जलापूर्ति सुचारू हुई तो बृहस्पतिवार को नगर के लोगों को पानी मिल सका। जल संस्थान के ईई अरुण कुमार सोनी ने कहा कि सिल्ट आने से दिक्कत आई। सभी जलाशयों में जलापूर्ति सुचारू हो गई है।

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