Breking लम्बे समय के बाद सीमांत नीति घाटी बॉर्डर एरिया का वेली ब्रिज हुआ तैयार
बीआरओ के जज्बे को सलाम
जोशीमठ क्षेत्र की सीमांत नीति घाटी बॉर्डर एरिया को मलारी जोशीमठ से जोड़ने वाली एकमात्र लाईफ लाईन हाई वे रोड पर आवाजाही सुचारू करने के लिए बीआरओ की टीम जी जान से जुटी हुई है,
आप तस्वीरों में देख सकते है कैसे बीआरओ की एक्सपर्ट इंजीनियरिंग अधिकारियों की टीम और मजदूरों द्वारा युद्ध स्तर पर कार्य करके मलारी हाईवे पर यह महत्वपूर्ण वेली ब्रिज तैयार किया जा रहा है ताकि नीति घाटी की आवाजाही सुचारू हो सके,नीचे गिर्थी गंगा में बीआरओ की मशीन से ब्रिज के गार्डर पार्ट्स को जोड़ने का कार्य चल रहा है मलारी कैलाश पुर के समीप बुरांश नामक स्थान पर BRO द्वारा नए पुल का निर्माण किया जा रहा है
लेकिन खराब मौसम के कारण कार्य में रुकावट पैदा हो रही है,मौसम ठीक होने पर अगले 24 घण्टों में बन कर तैयार होने की उम्मीद जताई जा रही है, बता दें कि 48 दिन पूर्व इस जगह पर एक भारी लोडेड डंपर के गुजरने से ये ब्रिज मय डंपर क्षतिग्रस्त हो गया था तबसे सामरिक दृष्टि से अति संवेदनशील नीति बॉर्डर सहित देश के अंतिम ऋतु प्रवासी गांव नीति और इसके साथ दर्जन भर अन्य गांव का संपर्क जोशीमठ छेत्र सहित देश दुनिया से कट गया था,
दिक्कत तब हुई जब शीतकालीन प्रवास पूरा होने के बाद नीति घाटी के दर्जनों गांव के ग्रामीण अपने गर्मी के दिनों के मूल गांवों की और माईग्रेट करने मलारी पहुंचे लेकिन यहां पुल टूटने से आगे बढ़ना मुश्किल हो गया हालांकि बीआरओ द्वारा कुछ दिनों तक मशीनों से ग्रामीणों को आर पार कराया गया ओर कभी नदी में मशीनों के सहायता से वाहनों को पार कराया गया,लेकिन नीति घाटी के मवासों के पशु धनों को अभी भी मलारी से आगे बढ़ने में दिक्कत हो रही है
लिहाजा अब बीआरओ द्वारा इस पुल को युद्ध स्तर पर तैयार किया जा रहा है ओर सूत्रों की माने तो लगभग 75% पुल का कार्य हो चुका है शेष कार्य अगले 24 घंटो में पूरा होने की उम्मीद है अगर समय से पुल बन जाता तो नीति घाटी में जन जीवन फिर से पटरी पर आ जाता और इस राेंगपा घाटी में फिर से रोनक लौट आती है।