बागेश्वर अल्मोड़ा मैग्नेसाइट में मैनेजमेंट व यूनियन के बीच उपजा विवाद जिलाधिकारी ने किया निरीक्षण

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अल्मोड़ा मैग्नेसाइट में मैनेजमेंट व यूनियन के बीच उपजे विवाद को देखते हुए अध्यक्ष जिला पंचायत बसंती देव, विधायक सुरेश गडिया व जिलाधिकारी अनुराधा पाल मैग्नेसाइट पहुंचे, जहां उन्होंने दोनों पक्षों को सुनने के बाद कहा कि 15 दिन के भीतर सभी मामलों की जांच की जाएगी, जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

 

 

 

 

 

बता दें कि मैग्नेसाइट वर्करों द्वारा मार्च से मई 2023 तक देनदारी, पीएफ की देनदारी, ग्रेच्युटी फंड देनदारी, समूह बीमा के जमा पैसे की स्थिति, बैंक का बकाया, पूर्व कर्मचारियों की देनदारी की जानकारियां चाहने के साथ ही मैनेजमेंट द्वारा कर्मचारियों का शोषण करने व विभिन्न देयको के भुगतान में मनमानी का आरोप लगाते हुए झिरौली के ग्रामीणों की नाम भूमि पर किए जा रहे

 

 

 

 

 

 

खनन का मुआवजा देने, सभी परिवारों का पुनर्वास कराने, पूर्व की बैठकों में 70 प्रतिशत ग्राम वासियों को रोजगार दिलाये जाने वाले निर्णय पर अमल करने, आवासीय भवनों के समीप भीषण विस्फोट न करने, गांव के रास्तों, धार्मिक स्थलों का पुनर्निर्माण व सौंदर्यीकरण करने, मैग्नेसाइट द्वारा गांव में पानी की व्यवस्था करने सहित क्षेत्र की अन्य समस्याएं रखी।

 

 

 

 

 

 

विधायक सुरेश गडिया ने प्रबंध निदेशक से कहा कि प्रत्येक कर्मचारी की समस्या के संबंध में संवाद होना चाहिए। मैनेजमेंट पर लगे आरोप संवाद के माध्यम से खत्म होने चाहिए। किसी भी कर्मचारी का उत्पीड़न न हो, उनकी समस्याओं को सुना जाना चाहिए। उन्होंने कहा सभी तथ्यों की जांच के उपरांत दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। मनमानी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं होगी। उन्होंने महाप्रबंधक से कहा यदि कोई शिकायत होती है,

 

 

 

 

 

तो तथ्यों के साथ के जिलाधिकारी को अवगत कराएं। उन्होंने वर्करों से भी दी उन्हें दी जाने वाली जिम्मेदारियों को पूर्ण मनोयोग से करने को कहा। कहा कि खनिज न्यास का पैसा गांव में गांव के विकास में लगाया जाए। मैनेजमेंट में किसी भी तरह की गड़बड़ी न हो इसका विशेष ध्यान रखा जाए।

 

 

 

 

 

 

जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने कहा कि मैनेजमेंट व यूनियन के बीच उलझे मामलों का संवाद के माध्यम से सुलझा दिया जाए। उन्होंने कहा मैनेजमेंट पर लगे आरोपों पर 15 दिन में जांच की जाएगी, इसमें जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने प्रबंध निदेशक को निर्देश दिए कि किसी भी कर्मचारी का शोषण न हो तथा वेतन, भत्तो सहित अन्य देयको का समय से भुगतान हो, मैनेजमेंट इसका ध्यान दे। उन्होंने कहा भविष्य में ऐसी स्थिति न आए, इसके लिए मैनेजमेंट वर्करों से निरंतर वार्ता करे तथा उनकी समस्याओं को सुने। उन्होंने प्रबंध निदेशक को नए रिसोर्स विकसित करने की साथ ही टाइलों की गुणवत्ता पर ध्यान देने के निर्देश दिए।

 

 

 

 

 

 

इस दौरान जिलाध्यक्ष भाजपा इंद्र सिंह फर्स्वाण, पूर्व जिलाध्यक्ष शिव सिंह बिष्ट, जिला पंचायत सदस्य नवीन नमन, गौरव दास, रवि करायत, मंडल अध्यक्ष हेमा रौतेला, एसोसिएशन अध्यक्ष राम सिंह जनौटी, प्रबंध निदेशक योगेश कुमार शर्मा, यस स्टीफन, कीर्ति कुमार जोशी समेत वर्कर व ग्रामीण मौजूद रहे ।

रिपोर्ट हिमांशु गढ़िया

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