Uttrakhand News :डोडा, जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों से मुठभेड़ के दौरान बलिदानी हुए कैप्टन दीपक सिंह को देहरादून में नम आंखों से दी विदाई

0
ख़बर शेयर करें -

डोडा, जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों से मुठभेड़ के दौरान बलिदानी हुए 48 राष्ट्रीय राइफल के कैप्टन दीपक सिंह के पार्थिव शरीर को वीरवार शाम हरिद्वार के खड़खड़ी श्मशान घाट पर पूरे सैनिक सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।

इससे पहले, श्मशान घाट पर गमगीन माहौल में उनके पार्थिव शरीर पर उत्तराखंड के सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने अंतिम यात्रा में शामिल होकर बलिदानी के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि देते हुए अंतिम विदाई दी। जिलाधिकारी हरिद्वार धीराज सिंह गर्ब्याल सहित तमाम अधिकारियों और गणमान्य नागरिकों ने श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें अंतिम विदाई दी।

यह भी पढ़ें 👉  Uttrakhand News:श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय ने राज्य के 17 संस्थानों के प्रवेश और परीक्षा परिणामों पर लगाई रोक

सभी ने ईश्वर से पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान एवं शोकाकुल परिजनों को दुःख सहने की शक्ति प्रदान करने की कामना की।

💠राष्ट्रभक्ति का संचार करता रहेगा दीपक का बलिदान

उत्तराखंड के सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने बलिदानी के पिता महेश सिंह से भेंट कर उन्हें ढांढस बंधाया और कहा कि बलिदानी कैप्टन दीपक सिंह, वीरभूमि उत्तराखंड के गौरव हैं। मां भारती की सेवा में उनका यह बलिदान युवाओं में राष्ट्रभक्ति का संचार करता रहेगा।

मंत्री ने कहा कि देश की रक्षा करते हुए आतंकवाद के विरुद्ध हमारे वीर जांबाज का यह सर्वोच्च बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। इस दुख की घड़ी में संपूर्ण देश व प्रदेश बलिदानी के परिजनों के साथ खड़ा है। साथ ही केंद्र एवं राज्य सरकार की तरफ से हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया।

यह भी पढ़ें 👉  Weather Update:उत्तराखंड के तीन जिलों में आज भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट किया गया जारी,अन्य जिलों में गरज के साथ तीव्र बौछारें पड़ने के आसार

मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि वीर जवानों के बलिदान एवं उनके शौर्य से ही हमारा देश सुरक्षित है। बलिदानी के परिजनों के साथ पूरा देश खड़ा है।

इस मौके पर जिलाधिकारी धीराज सिंह गब्यार्ल, एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी विंग कमांडर (सेनि) सरिता पवार, कर्नल वीरेंद्र भट्ट सहित कई लोग उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *