Uttarakhand News:पुलिस का दोपहिया चलाने वाले नाबालिग बच्चाें के खिलाफ अभियान, यहां पेरेंट्स का कटा 38 हज़ार का चालान

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बच्चों की सुविधा का बहाना बनाकर उन्हें नियमों का उल्लंघन करने की शिक्षा और उनकी सुरक्षा को खतरे में डाल देते हैं कुछ अभिभावक। जिनको अब इस बड़ी खबर के बाद सावधान हो जाना चाहिए।

🔹जाने मामला 

बता दें कि 38 हज़ार के चालान की यह बड़ी खबर हरिद्वार से आ रही है। जहाँ हरकी पैड़ी चौकी प्रभारी संजीव चौहान निरक्षण पर थे। निरक्षण के दौरान चौकी प्रभारी ने दुपहिया वाहन चला रहे नाबालिगों को रोका। बचने के विफल प्रयासों के बाद चौकी प्रभारी ने वाहन चालाक से उसकी उम्र पूछी और गाड़ी की कागज़ दिखाने को कहा।

🔹पुलिस ने पेरेंट्स को ज़िम्मेदारी का कराया अहसास 

वाहन चालाक की उम्र का पता लगने पर सभी के मन में लापरवाही के कारण होने वाली सड़क दुर्घटनाओं का ख़याल आया। जब वाहन चालाक के पास गाड़ी के कोई भी कागज़ नहीं प्राप्त हुए तो पुलिस ने वाहन सीज कर लिया। अपनी कम उम्र का हवाल दे रहा वाहन चालाक परेशान था और किसी भी तरह इस चालान से बचना चाहता था। पुलिस ने नाबालिग वाहन चालाक को भविष्य में नियमों का पालन करने और एक ज़िम्मेदार नागरिक के रूप में व्यवहार करने के लिए उसकी एक भी नहीं सुनी। बस इतना ही नहीं अपने बच्चों को नियमों का उल्लंघन करने दे रहे माता-पिता को भी फोन लगाकर पुलिस ने उन्हें उनकी ज़िम्मेदारी का अहसास भी कराया। वाहन सीज होने के बाद घरवाले जब कागज़ के साथ अपने बच्चे को लेने पहुंचे तो उन्हें भी अपने इस लापरवाह व्यवहार के कारण खूब खरी-खोटी सुनने को मिली।

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🔹पेरेंट्स को फौरन सुधार लेनी चाहिए अपनी ये आदतें

यह खबर हर अभिभावक के लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि बच्चों की ज़िद के लिए किसी दूसरे इंसान के जीवन के साथ मज़ाक नहीं किया जा सकता। ज़रूरी नहीं हैं कि वह जीवन किसी अन्य व्यक्ति का ही हो उनके अपने बच्चों को भी उनकी इस लापरवाही का ख़मयाज़ा भुगतना पड़ सकता है। देश को आगे बढ़ता देखने की इच्छा हर किसी के मन में होती है लेकिन क्या अपने ही बच्चों को परिवरिश के दौरान कम उम्र में नियमों का उल्लंघन करने देने से यह देश सही दिशा में आगे बढ़ पाएगा?

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