उत्तराखंड खनन माफियाओं की अब खैर नहीं यहाँ प्रशासन का चला बुलडोजर
जनपद उधम सिंह नगर के बाजपुर में अवैध खनन के साथ-साथ चौकी पर अवैध उगाही का खेल खेला जा रहा था। दिन का उजाला हो या फिर रात का अंधेरा अवैध खनन के साथ-साथ गाड़ियों से अवैध उगाई भी की जा रही थी
जिसकी सूचना मिलते ही धामी के अधिकारी अब एक्शन मोड नजर आ रहे है। और धामी के अधिकारियों ने चौकी पर बुलडोजर चला दिया
अवैध उगाई चौकी पर चला धामी का बुलडोजर खनन माफियाओं से करोड़ों का वसूला राजस्व कोसी नदी में छापेमारी खनन माफिया में मचा हड़कंप ट्रैक्टर ट्राली पलटी अफरा-तफरी मची धामी के अधिकारियों का एक्शन देखकर,बौखलाए खनन माफिया कोसी नदी के किनारे रेत में फंसा SDM का सरकारी वाहन
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के गृह जनपद में खनन माफियाओं का बोलबाला था। सरकारी सिस्टम को ताक पर रखकर नियम कानूनों की धज्जियां उड़ा कर खनन माफिया अपने खनन के अवैध कारोबार को अंजाम दे रहे थे
सुल्तानपुर पट्टी के छोई मोड़ पर काफी लंबे समय से बंद पड़ी चौकी पर कुछ माफियाओं द्वारा वाहनों की गैरकानूनी तरीके से चेकिंग तक करने लगे थे और खनन के वाहनों से अवैध उगाई तक की जा रही थी। जिसकी शिकायत मिलते ही धामी के अधिकारी एक्शन में आ गए और संयुक्त रूप से राजस्व विभाग ने टीम का गठन किया और खनन माफियाओं के खिलाफ कानूनी हंटर चलाना शुरु कर दिया,
अधिकारियों की इस कार्यवाही से कोसी नदी में भी भगदड़ मच गई ट्रैक्टर ट्राली व डंपर चालकों में अफरा-तफरी मच गई कोसी नदी में माफियाओं ने अपने अवैध खनिज को पलट कर अपने वाहनों को वहां से भगाना शुरू कर दिया, राजस्व विभाग टीम की कार्यवाही से खनन माफियाओं में हड़कंप मच गया, इतना ही नहीं लंबे समय से खाली पड़ी चौकी पर भी कुछ माफियाओं द्वारा कब्जा कर लिया गया और वहां से गुजरने वाले अवैध खनन के वाहनों को चेकिंग के नाम पर रोका जा रहा था और उनसे अवैध तरीके से पैसों की वसूली की जा रही थी,
छोई मोड़ पर अवैध वसूली की शिकायत पर उधम सिंह नगर डीएम व एडीएम जय भारत सिंह के निर्देश पर एसडीएम राकेश चन्द्र तिवारी तहसीलदार अक्षय भट्ट ने बुलडोजर चलाकर चौकी को ध्वस्त कर दिया,बाजपुर एसडीएम राकेश चंद्र तिवारी ने बताया कि माह की लगातार कार्रवाई से करोड़ों की राजस्व की वसूली भी की गई है,
धामी के अधिकारियों का एक एक्शन देखकर खनन माफिया भी बुरी तरह से बौखला उठे है और खनन माफियाओं पर चल रहे अधिकारियों के कानूनी चाबुक से सरकार के राजस्व में इजाफा होता दिखाई दे रहा है लेकिन यह सोचने वाली बात है, आखिर बंद पड़ी चौकी पर किन माफियाओं का कब्जा था। और आखिर किस के इशारों पर वहां से गुजरने वाले खनन के वाहनों से अवैध धन की वसूली की जा रही थी।आखिर कौन है इसका जिम्मेदार, कब तक होगा इसका पर्दाफाश अब यह आने वाला समय ही बताएगा,