अल्मोड़ा के कोसी में गाद जमा होने से पंपिंग ठप, पेयजल आपूर्ति बाधित

बारिश के बाद ऊपरी हिस्सों से बहकर आया मलबा, बढ़ी दिक्कत आल्मोड़ा। जिले में फिर से मौसम का मिजाज बदल गया है। जिला मुख्यालय सहित अन्य हिस्सों में बारिश हुई। बारिश के बाद तापमान गिरने से ठंड का असर बढ़ गया जिससे आम लोगों के साथ ही पर्यटक भी परेशान रहे।
रविवार को सुबह से ही बादल छाए रहे। दोपहर बाद आसमान काले बादलों से घिर गया और कुछ देर बाद ही बारिश शुरू हो गई जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। तापमान में गिरावट आने से ठंड में भी इजाफा हुआ। आलम यह रहा कि लोगों को ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़ों का सहारा लेना पड़ा। वहीं बारिश के बाद बाजार में सन्नाटा पसरा रहा। आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक जिले का अधिकतम तापमान 22 डिग्री और न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। ठंड बढ़ने से बिंसर, कौसानी समेत अन्य पर्यटक स्थलों में पहुंचे पर्यटकों को भी दिक्कत झेलनी पड़ी।
कोसी नदी में गाद जमा होने से पंपिंग ठप रही जिससे जलापूर्ति बाधित रही। पंपों ने काम करना बंद कर दिया। ऐसे में नगर की 60 हजार से अधिक की आबादी को पानी के लिए तरसना पड़ा है।
जिले में बीते शनिवार देर रात और सोमबार को हुई बारिश के बाद ऊपरी हिस्सों से कोसी नदी में मलबा आ गया। पंपिंग हाउस के पास गाद जमा होने से पंप जाम हो गए और पानी लिफ्ट नहीं हो सका। रविवार सुबह पांच बजे से शाम पांच बजे तक पंप ठप रहे। 12 घंटे से अधिक समय तक पंपिंग न होने से सभी जलाशय खाली रहे और लोगों को पानी के लिए तरसना पड़ा। देर शाम को पंपिंग शुरू हो सकी। जल संस्थान के मुताबिक जलाशयों में पानी भरा जा रहा है। सोमवार सुबह पेयजल आपूर्ति होगी। फिल्टरों की सफाई का काम भी शुरू किया गया है।
कोट- नदी में गाद जमा होने से पंपिंग नहीं हो सकी। देर शाम फिल्टरों की सफाई कर पंपिंग शुरू की गई। जल्द व्यवस्था पटरी पर आएगी। – एके सोनी, ईई जल संस्थान, अल्मोड़ा।