सावधान!कोरोना ने फिर बढ़ाई टेंशन,सोलह वर्षीय छात्रा की मौत ,लगातार बढ़ रहे कोरोना रोकथाम को लेकर जाने धामी सरकार का प्लान
उत्तराखंड में बढ़ते कोरोना संक्रमण पर लगाम लगाने को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सरकार ने प्लान बनाया है। कोरोना संक्रमित छात्रा की मौत के बाद उत्तराखंड सरकार अलर्ट हो गई है। प्रशासन, और स्वास्थ्य अधिकारियों को सख्ती से निर्देश दिया गया है कि प्रदेश में संक्रमण को फैलन से रोकने के लिए कारगर प्लान बनाकर कार्य किया जाए।
राज्य के सभी अस्पतालों में होगी मॉक ड्रिल
कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने अफसरों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया की राज्य के स्वास्थ्य मंत्रियों की वर्चुअल बैठक में स्वास्थ्य मंत्री ने राज्य की तैयारियों का ब्यौरा रखा। बताया कि कोरोना रोकथाम को सरकार पूरी तरह मुस्तैद है। तैयारियां परखने को 10 अप्रैल को राज्य में सभी अस्पतालों में मॉक ड्रिल होगी।
स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत सचिवालय से वर्चुअल बैठक में जुड़े। केंद्रीय मंत्री ने सभी राज्यों से वैक्सीनेशन अभियान में तेजी लाने, अधिक से अधिक संख्या में आरटीपीसीआर जांच और जीनोम सिक्वेसिंग कराने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह ने बताया कि उत्तराखंड में कोरोना पूरी तरह नियंत्रण में है। सरकार हर आपात स्थिति से निपटने को तैयार है।
अभी कुल 98 एक्टिव कोविड मरीज हैं। प्रदेश में कोरोना जांच और वैक्सीनेशन अभियान में तेजी लाने को नौ अप्रैल को सभी डीएम, सीएमओ की वर्चुअल बैठक होगी। 10 अप्रैल को मॉक ड्रिल होगी। बताया कि राज्य में 26 फीसदी लोगों को प्रिकॉशन डोज लग चुकी है। 12 वर्ष से अधिक उम्र वालों को पहली और दूसरी डोज शत प्रतिशत लग चुकी है।
उत्तराखंड में कोरोना के 29 नए केस, एक मरीज की मौत
उत्तराखंड में शुक्रवार 7 अप्रैल को कोरोना के 29 नए केस सामने आए। चंपावत जिला अस्पताल में एक मरीज की मौत हो गई। लंबे समय बाद उत्तराखंड में कोरोना से किसी मरीज की मौत का केस सामने आया है। इस साल एक जनवरी से अभी तक छह मरीजों की मौत हो चुकी है।
शुक्रवार को सबसे अधिक 21 केस देहरादून में सामने आए। हर दिन सबसे अधिक कोरोना के केस देहरादून जिले में ही सामने आ रहे हैं। बाकी जिलों में केस की संख्या एक से तीन के बीच ही है। शुक्रवार को 35 मरीज ठीक भी हुए। अब राज्य में एक्टिव मरीजों की संख्या 87 रह गई है। सबसे अधिक एक्टिव मरीज 53 देहरादून में ही रह गए हैं।