श्रीमती रचिता जुयाल (आईपीएस) वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अल्मोड़ा ने संभाली जनपद पुलिस की कमान और बताई अपनी प्रार्थमिकता *
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श्रीमती रचिता जुयाल (आईपीएस) वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अल्मोड़ा ने संभाली जनपद पुलिस की कमान और बताई अपनी प्रार्थमिकता
अपराध मुक्त और नशा मुक्त अल्मोड़ा बनाने के लिए चलेगा विशेष अभियान*
*अपराधियों के प्रति अपनाया जायेगा कड़ा रुख*
*जनता की सुविधाओं के लिए हर थाना/चौकी में स्थापित होगा हेल्प डेस्क*
*दिनांक 27.02.2023 को श्रीमती रचिता जुयाल (आईपीएस)* महोदया द्वारा *वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अल्मोड़ा का पदभार ग्रहण किया गया* तथा *आज दिनांक- 28.02.2023* को पुलिस कार्यालय अल्मोड़ा में *गार्द सलामी ग्रहण की गयी*।
इसके उपरांत महोदया द्वारा *वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय के समस्त कार्यालयों/शाखाओं का निरीक्षण* करते हुए साफ-सफाई का जायजा लिया गया। इस दौरान महोदया द्वारा कार्यालय/शाखाओं में नियुक्त कर्म0गणों से उनके कार्यो की जानकारी प्राप्त कर कार्यालय में आने वाले आगन्तुकों के साथ सौम्यपूर्ण व्यवहार कर उनकी हरसंभव सहायता करने और कार्यालय/परिसर की साफ सफाई का विशेष ध्यान रखने हेतु निर्देशित किया गया।
*कार्यालयों का अपग्रेडेशन कर स्मार्ट आँफिस* बनाने हेतु सीओ कार्यालय व प्रतिसार निरीक्षक को निर्देशित किया गया, जिससे कर्म0गण अच्छे वातारण में रहकर सकारात्मक ऊर्जा के साथ कार्य कर सकें।
*महोदया वर्ष 2015 बैच की आईपीएस अधिकारी है*। पूर्व में एएसपी अर्बन हरिद्वार, एसपी क्राईम/ट्रैफिक/सिटी जनपद नैनीताल, *जनपद बागेश्वर एसपी* और उसके पश्चात मा0 राज्यपाल महोदय उत्तराखण्ड के एडीसी पद पर नियुक्त रह चुकी हैं।
*एसएसपी अल्मोड़ा* ने जिले की कमान सम्भालने के उपरान्त जनपद के *समस्त सीओ, थाना/चौकी एवं शाखा प्रभारियों* के साथ मीटिंग आयोजित कर थानों में दर्ज अपराध व लम्बित अपराधों की समीक्षा की गयी।
*नवनियुक्त एसएसपी अल्मोड़ा* द्वारा *कानून व्यवस्था, अपराध नियंत्रण/अनावरण ट्रैफिक व्यवस्था, साईबर अपराध, महिला सुरक्षा व ड्रग्स कन्ट्रोल को अपनी प्राथमिकता* बताते हुए गोष्ठी में उपस्थित सभी अधिकारियों को प्रभावी कार्यवाही हेतु दिशा-निर्देश निर्गत किये गये।
*जनता की पुलिस तक पहुंच को सरल व सुगम* बनाये जाने हेतु *प्रत्येक थाना/चौकी में हेल्प डेस्क की शुरुआत की जायेगी*, जिसमें हरसमय थाना/चौकी का एक कर्मचारी जनता की शिकायत सुनने के लिए मौजूद रहेगा। साथ ही सभी राजपत्रित अधिकारियों को निर्देशित किया कि नियमित रुप से अपने कार्यालयों में बैठेंगे जिससे जनता आसानी से उनसे मिलकर अपनी समस्या को बता सके।