Uttrakhand News :आपदा को लेकर भ्रामक और गलत सूचनाएं प्रसारित करने के मामलों में शासन ने अपनाया कड़ा रुख, आपदा की गलत सूचना प्रसारित करने पर व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज
आपदा को लेकर भ्रामक और गलत सूचनाएं प्रसारित करने के मामलों में शासन ने कड़ा रुख अपनाया है।
इसी कड़ी में सचिव आपदा प्रबंधन विनोद कुमार सुमन के निर्देश पर उस व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है, जिसने धारचूला तहसील के अंतर्गत कुलागाड में बादल फटने से पुल टूटने की गलत सूचना प्रसारित की थी।
सचिव आपदा प्रबंधन ने सभी जिलों को आपदा के संबंध में भ्रामक सूचनाएं प्रसारित करने वालों से सख्ती से निबटने के निर्देश दिए हैं।
💠बादल फटने से पुल टूटने की गलत सूचना
सचिव सुमन ने शनिवार को आइटी पार्क स्थित राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र में राज्य में वर्षा से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की।
इस अवसर पर उन्होंने बताया कि इंटरनेट मीडिया में कुलागाड के संबंध में प्रसारित सूचना की सत्यता की पिथौरागढ़ जिला प्रशासन से पड़ताल कराई गई तो सूचना गलत निकली। उन्होंने बताया कि आपदा प्रबंधन अधिनियम में ऐसे प्रकरणों में दोष सिद्ध होने पर एक साल के कारावास व जुर्माने का प्रविधान है।
अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (प्रशासन) आनंद स्वरूप ने विभिन्न बांधों के सायरनों की नियमित तौर पर टेस्टिंग करने के निर्देश दिए। बैठक में अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (क्रियान्वयन) राजकुमार नेगी, संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी ओबैदुल्लाह अंसारी समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
💠राहत राशि वितरण को ब्लाक स्तर पर बनेंगी टीमें
सचिव आपदा प्रबंधन ने आपदा प्रभावितों को चौबीस घंटे के भीतर राहत पहुंचाने के लिए सभी जिलों में ब्लाक स्तर पर टीमें गठित करने के निर्देश दिए। यह टीमें क्षति का आकलन भी करेंगी। उन्होंने ऊधम सिंह नगर जिले में बाढ़ प्रभावितों को सहायता राशि मुहैया कराने को और अधिक टीमें गठित करने को कहा।
उन्होंने बीमा कंपनियों के स्तर पर क्लेम निस्तारण में विलंब का भी संज्ञान लिया। सचिव आपदा प्र्रबंधन ने आपदा में पशु हानि होने पर मृत पशुओं का मौके पर ही पोस्टमार्टम कराने की व्यवस्था कराने को भी कहा। उन्होंने सभी डीडीएमओ को निर्देश दिए कि इस सिलसिले में पशुपालन विभाग से समन्वय बनाकर कदम उठाए जाएं।
💠गोमुख नहीं जा पाएंगे कावंड़िये
बैठक में जानकारी दी गई कि गंगोत्री धाम से आगे लकड़ी की पुलियाएं क्षतिग्रस्त होने के कारण इस बार कांवड़ यात्रा के दौरान कांवडिय़े गंगा जल लेने गोमुख नहीं जा पाएंगे। उत्तरकाशी के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा के दृष्टिगत कांवडिय़ों को गंगोत्री से ही जल लेकर लौटना होगा।
💠अधिसूचित होगा आईआरएस
आपदा प्रबंधन के लिहाज से महत्वपूर्ण आईआरएस (इंसीडेंट रिस्पांस सिस्टम) को जल्द अधिसूचित किया जाएगा। सचिव आपदा प्रबंधन ने बताया कि यूएसडीएमए की अगली बैठक में इसका प्रस्ताव रखा जाएगा। कैबिनेट से मंजूरी मिलते ही इसकी अधिसूचना जारी की जाएगी।
💠भिकियासैंण में तैनात होगी एसडीआरएफ
कुमाऊं के सल्ट, चौखुटिया, भिकियासैंण और आस-पास के क्षेत्रों में आपदा के समय एसडीआरएफ के जवान तुरंत राहत और बचाव में जुट सकें, इसके लिए भिकियासैंण में एसडीआरएफ के जवानों की तैनाती की जाएगी। सचिव आपदा प्रबंधन ने इसके निर्देश दिए हैं।