चैत्र नवरात्रि के पहले दिन सूर्य की तरह चमकेगा इन राशियों का भाग्य, ग्रह-नक्षत्रों की चाल से जानिए आज का राशिफल
शास्त्र में कुल 12 राशियों का वर्णन किया गया है। हर राशि का स्वामी ग्रह होता है। ग्रह-नक्षत्रों की चाल से राशिफल का आकलन किया जाता है।
वैदिक ज्योतिष शास्त्र में कुल 12 राशियों का वर्णन किया गया है। हर राशि का स्वामी ग्रह होता है। ग्रह-नक्षत्रों की चाल से राशिफल का आकंलन किया जाता है।आज 22 मार्च 2023 से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो रही है। इसी दिन से हिंदू नववर्ष भी प्रारंभ हो जाता है। नवरात्रि के 9 दिनों में मां के 9 रूपों की अराधना की जाती है। जानिए 22 मार्च 2023 को किन राशि वालों को होगा लाभ और किन राशि वालों को रहना होगा सावधान।
संवत् – 2080 शाके- 1945 संवत्सर का नाम – पिंगल
सिर संक्रांति- यश सभ्यम भूमिलाभ मुख -निघालाभ, सुभोजन, प्राप्ति
हृदय संक्रांति – धन लाभ, मान सम्मान प्राप्ति दायें हाथ बायें हाथ- अर्थलाभ, मांगलिक शुभ कार्य धन हानि, विवाद
दांया पैर निरर्थक भ्रमण, और अधिक व्यय
रोग, एवं कष्ट सिर संक्रांति – तुला राशि जिसका विशाषा नक्षत है, तथा हरित स्वधनु राशि है। तथा मकर राशि में जिसका उत्तराषाढ़ा, एवं श्रवण नक्षत्र है,
बायां पैर
मुख संक्रांति – कन्या राशि जिनका हस्त रवं चित्रा नक्षत है।
तुला राशि जिनका चित्रा एवं स्वाति नक्षत्र है।
हृदय संक्रांति – कर्क राशि जिनका पुष्य, एवं अश्लेषा नक्षत है सिंह राशि तथा कन्या राशि जिनका उत्तराफाल्गुनी नक्षत है। दायें हाथ – वृषराशि जिनका मृगशिरा नक्षल है।
मिथुन राशि जिनका मृगसिरा, आद्रा, पुनर्वसु नक्षत्र है ।
कर्क राशि जिनका पुनर्वसु नसत है।
बाएं हाथ-मेष राशि जिनका भरणी, स्वकृतिका नक्षत्र है।
वृष राशि जिनमा कृतिका स्त्रां रोहणी नक्षत है।
दाया पैर-जिन मीन राशिका उत्तराभाद्रपदा एवं रेवती जसल है। स्पंजिन मेष राशिवालों का अश्विनी नक्षत्र है चाया पैर- जिन, मकर एवं कुम्भ राशि वालो का घनिष्ठा नक्षत्र है। कुम्भ एवं मीन राशि जिनका शत विद्या, एवं पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र है ।
रिपोर्टर – रोशनी बिष्ट