अल्मोड़ा में शुरू हुई कीमोथेरेपी प्रकिया , कैंसर मरीजों को अब नहीं पड़ेगा भटकना

अल्मोड़ा।बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिल सके इसके लिए लोग बड़े-बड़े शहरों की ओर रुख करते हैं, तो वही बात की जाए तो अल्मोड़ा की तो अल्मोड़ा जैसे शहर में भी अब स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर होते हुए दिख रही है। अल्मोड़ा जैसे शहर में अब स्वास्थ्य सुविधाएं धीरे-धीरे ठीक होते हुए नजर आ रही हैं। अल्मोड़ा में जब से मेडिकल कॉलेज बनकर तैयार हुआ है, तब से स्वास्थ्य सुविधाएं धीरे-धीरे पटरी पर आते हुए नजर आ रही हैं।
अल्मोड़ा का बेस हॉस्पिटल अब मेडिकल कॉलेज के अधीन आ चुका है। इसी वर्ष जनवरी से यहां पर कैंसर रोग जानकार की तैनाती हुई है। अब कैंसर मरीजों की कीमोथेरेपी भी यहां प्रारम्भ हो चुकी है, जिससे रोगियों को अब अन्य शहरों की ओर दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। जिससे रोगियों को एक बड़ी राहत मिलेगी इससे पहले तक रोगियों को हल्द्वानी लखनऊ बरेली के अतिरिक्त विभिन्न बड़े महानगरों में कीमोथेरेपी कराने के लिए जाना पड़ता था।
मरीजों को मिलेगा इस सुविधा का लाभ
कैंसर रोग जानकार चिकित्सक राहुल सिंह ने बताया उनकी तैनाती जनवरी माह में हुई थी। शुरुआती दौर में कम ही लोगों को पता था पर अब धीरे-धीरे रोगी आने प्रारम्भ हो चुके हैं और अब प्रतिदिन 3 से 4 रोगी यहां पर आ रहे हैं। पिछले कुछ दिनों पहले से यहां पर कीमोथेरेपी भी प्रारम्भ कर दी है। बेस हॉस्पिटल में कीमोथेरेपी प्रारम्भ होने से दूरदराज के रोगियों को काफी फायदा होगा और वह अन्य शहरों की ओर जाने से बच सकेंगे।
100 से 800 रुपये शुल्क
मेडिकल कॉलेज के सुपरिटेंडेंट डाक्टर अजय आर्य ने बताया कि कैंसर का उपचार अल्मोड़ा में पहले नहीं मिल पाता था, जिस कारण से लोग हल्द्वानी, दिल्ली, लखनऊ, बरेली या फिर अन्य शहरों की ओर जाते थे पर अब कैंसर का उपचार यहीं मिल पा रहा है। बताया कि सरकारी अस्पतालों में कीमोथेरेपी का शुल्क जैसा ही शुल्क यहां रहेगा करीब ₹100 से ₹800 तक शुल्क रखा जाएगा।