Pithoragarh News :प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुमाउं भ्रमण के दौरान रं जनजाति पारंपरिक तरीके से करेगी स्वागत
उत्तराखंड के कुमाउं क्षेत्र में 12 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावित भ्रमण के दौरान दारमा, व्यास और चौदास घाटियों में रहने वाले रं आदिवासियों का प्रतिनिधित्व करने वाला एक संगठन उनका पारंपरिक स्वागत करेगा।
इस दौरान यह संगठन मोदी को एक ज्ञापन भी सौंपेगा जिसमें उनसे आदि कैलाश को उत्तराखंड का पांचवां धाम घोषित करने का अनुरोध किया जाएगा। उत्तराखंड के चार धामों के रूप में बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री प्रसिद्ध है।
💠पारंपरिक तरीके से करेगी स्वागत
रं कल्याण संस्था के संरक्षक अशोक नबियाल ने कहा, ‘संस्था प्रधानमंत्री का पारंपरिक तरीके से स्वागत करेगी। जोलिंगकोंग में हैलीकॉप्टर से उतरते ही हम प्रधानमंत्री को रंगा (पारंपरिक पगड़ी) और ब्याथेलो (शरीर के उपरी भाग में पहना जाने वाला वस्त्र) देंगे जिसके बाद जनजाति की महिलाएं एक पारंपरिक सांस्कृतिक गीत और नृत्य की प्रस्तुति देंगी ।’
धारचूला के रं संग्रहालय को अस्थाई रूप से जोलिंकोंग ले जाया जा रहा है ताकि प्रधानमंत्री प्राचीन काल में जनजाति द्वारा प्रयुक्त किए जाने वाले बर्तन, आभूषण, वस्त्र और हथियारों को देख सकें ।
नबियाल ने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि प्रधानमंत्री हमारी परंपराओं और संस्कृति को प्रोत्साहित करने के लिए कुछ देर हमारे प्रतिनिधिमंडल से भी मुलाकात करेंगे।’
अपने प्रस्तावित भ्रमण में प्रधानमंत्री अल्मोड़ा के जागेश्वर धाम और पिथौरागढ़ के जोलिंगकोंग के अलावा पिथौरागढ़ शहर में एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे ।
एक अधिकारी ने कहा कि जोलिंगकोंग में आदि कैलाश व्यू प्वाइंट को प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए तैयार किया जा रहा है ।
💠आदि कैलाश व्यू प्वाइंट जोलिंगकोंग हैलीपैड से करीब 500 मीटर दूर बनाया जा रहा है ।