कर्नाटक चुनाव में बुजुर्ग और दिव्यांग वोटरों के लिए ‘वोट फ्रॉम होम’ की नई पहल
इस बार के कर्नाटक चुनाव में एक नई पहल की गयी जिसमे बुजुर्ग और दिव्यांग वोटरों का खास ख्याल रखा गया है आपको बता दे की इस नई पहल में इस बार बुजुर्ग और दिव्यांग वोटरों को वोट डालने के लिए घर से बहार नहीं जाना होगा बल्कि इस बार वोट डालने की सुविधा उन्हें घर पर ही मुहैया कराई जाएगी।
जी हाँ इस बार वोट डालने के लिए ‘वोट फ्रॉम होम’ नमक एक व्यवस्था शुरू की गई है। जो खास कर के बुजुर्गो और दिव्यांग को देखते हुए बनाई गयी है यह मतदान व्यवस्था केवल उन लोगों पर लागू होती है जो अपने घरों तक ही सीमित हैं या उम्र संबंधी बीमारियों से पीड़ित हैं। ‘वोट फ्रॉम होम’ से इस बार राज्य में लगभग 5.71 लाख दिव्यांगों और 80 साल से ज़्यादा उम्र वाले 12,15,763 बुजुर्ग वोटरों को फायदा पहुंचने वाला है।
कर्नाटक चुनाव आयोग के आयुक्त मनोज कुमार मीणा के मुताबिक, कुल 99,529 लोगों ने वोट फ्रॉम होम विकल्प को चुना है, जिसमें 80 साल से ज़्यादा उम्र वाले 80,250 वरिष्ठ नागरिक और 19,729 दिव्यांग मतदाता शामिल हैं।