NDRF की टीम ने गोमुख ग्लेशियर क्षेत्र में फंसे दो ट्रैकर की बचाई जान
एनडीआरएफ दल ने भागीरथी दो आरोहण के दौरान गोमुख ग्लेशियर में फंसे दो ट्रेकरों की जान बचाई। इनमें से एक सतोपथ व दूसरा कालिंदी पास अभियान के लिए निकले थे। एनडीआरएफ ने उपचार के बाद इन्हें भोजवासा कैंप तक पहुंचाया।
🔹जाने मामला
एनडीआरएफ के डीआईजी गंभीर सिंह चौहान के नेतृत्व में एक पर्वतारोही दल 20 जून को बैस कैंप नंदन वन से भागीरथी दो आरोहण के लिए रवाना हुआ था। सफल आरोहण के बाद वापसी के दौरान इस दल को दो जून को अपराह्न चार बजे नंदन वन से लगभग पांच-छह किमी पहले दो ट्रेकर फंसे मिले। इन दोनों की तबियत खराब हो चुकी थी और वे चलने की स्थिति में नहीं थे।
इनमें से बैंगलूरू की इंजीनियर श्यामा को सतोपथ तो हिमाचल के रमेश कुमार को कालिंदी पास से बद्रीनाथ निकलना था। एनडीआरएफ के जवानों ने पहले इनका इलाज किया और फिर रात 11 बजे इन्हें भोजवासा बैंस कैंप तक पहुंचाया। इन दोनों फंसे ट्रेकरों को यदि समय पर रेस्क्यू नहीं किया जाता तो मौसम का मिजाज बदलने के बाद इनके सामने मुश्किलें खड़ी हो सकती थी।
डीआईजी चौहान ने बताया कि एनडीआरएफ के इंस्पेक्टर निखलेश नेगी, हवलदार कार्तिक और सिपाही सूरज धोनी के साथ ही चिकित्सा दल का दोनों ट्रेकरों को सकुशल बेस कैंप तक पहुंचाने में अहम योगदान रहा। इन दोनों ने ही एनडीआरफ के दल का शुक्रिया अदा किया।