उत्तराखंड की संस्कृति को अनूठी पहचान दिलाने वाले जौनसारी लोक कलाकार नंदलाल भारती को मुंबई कौथिग में किया गया सम्मानित

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विकासनगर।मुंबई कौथिक में जौनसारी लोक कलाकार डॉक्टर नंदलाल भारती को सम्मानित किया गया. इस दौरान डॉ नंदलाल भारती ने कहा मुंबई कौथिक लोक संस्कृति की इस गंगोत्री को गोमुख से समुद्र तक पहुंचाने का काम कर रहा है।

उत्तराखंड जनजाति क्षेत्र जौनसार बावर की अनुपम अनूठी संस्कृति से कराया रूबरू

 मुंबई कौथिग में अंतरराष्ट्रीय जनजाति लोक कलाकार नंदलाल भारती को सम्मानित किया गया. इस अवसर पर उद्योगपति व कौथिक मंच के मुखिया केसर सिंह बिष्ट उपस्थित रहे।देश-विदेश में जौनसारी संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए जौनसारी लोक कलाकार नंदलाल भारती पिछले कई वर्षों से जौनसारी संस्कृति को देश-विदेश तक पहचान दिला चुके हैं। इसी क्रम में इन्हें कहीं उपाधि से नवाजा गया है। पिछले दिनों मानद उपाधि से भी नवाजा गया है।

जौनसारी लोक संस्कृति के पितामह की उपाधि से मुंबई कौथिक में अंतरराष्ट्रीय जनजाति लोक कलाकार भारती को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मुख्य केसर सिंह बिष्ट ने नंदलाल भारती की प्रशंसा की।उन्होंने कहा यह जौनसारी संस्कृति के पितामाह हैं। इन्होंने लेकर 2023 तक कौथिक मंच समय-समय पर उत्तराखंड जनजाति क्षेत्र जौनसार बावर की अनुपम अनूठी संस्कृति से रूबरू कराया।

लोक नृत्य, पांडव नृत्य को दिला चुके है पहचान

उन्होंने कहा नंदलाल भारती को भविष्य में भी कौथिक फाउंडेशन के साथ योगदान के लिए निवेदन किया गया है। इस अवसर पर डॉ नंदलाल भारती ने संबोधित कहा लोक संस्कृति की इस गंगोत्री को गोमुख से समुद्र तक पहुंचाने के लिए केसर सिंह बिष्ट एवं कौथिक फाउंडेशन ने भागीरथी प्रयास किया है। आज कौथिक मंच कोई साधारण मंच नहीं है, यहां पर उत्तराखंड का बदरी केदार गंगा यमुना ब्रह्मकमल बुरांस तथा मूर्छित पड़ी लोक संस्कृति को संजीवनी बूटी देने का काम किया जा रहा है. बता दें कि, नंदलाल भारती श्री महासू देवता की स्तुति के साथ-साथ पांडव नृत्य के साथ-साथ कृषि पर आधारित लोकनृत्य जनजाति परंपरा को पहचान दिलाने में जुटे हैं।

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