अल्मोड़ा नगर के रानीधारा सड़क के सुधारीकरण व बंदरों के आतंक से मिले निजात
विषय-अल्मोड़ा नगर के रानीधारा क्षेत्र में सड़क के सुधारीकरण व बंदरों के आतंक से निजात दिलाने के बावत,उक्त दो सूत्रीय मागों को लेकर जिलाधिकारी अल्मोड़ा से माँग की गई।
विगत दिवस धर्मनिरपेक्ष युवा मंच के अल्मोड़ा नगर के वार्ड चलो अभियान के तहत नगर के रानीधारा में वार्ड वासियों के साथ बैठक आयोजन किया गया,बैठक में रानीधारावासियों ने दो सूत्रीय माँग रखी,
जो निम्न है।
1-लंबे समय से रानीधारा के धार की तुनी से लगभग 3 की0मी0 की सड़क का बजट आवंटित होने के बावजूद लंबे समय से सड़क के सुधारीकरण का काम प्रारम्भ नही हुआ है,जिससे नगर के प्रमुख मार्गों में एक इस मार्ग की हालत अत्यंत दयनीय है व चिंता का विषय है,सड़क की अत्यंत खराब हालत बड़े हादसे को आमंत्रित कर रही है।
2-रानीधारा समेत अल्मोड़ा में बंदरों का आतंक इस कदर बढ़ गया है,कि आये दिन बंदर स्कूली बच्चों सहित वरिष्ठ नागरिकों,युवाओं,महिलाओं को काट रहे है,बंदरों के झुंड दुपहिया वाहनों में जाने वाले लोगो पर भी हमला कर रहे है,अत्यंत आक्रमक व दिन पर दिन बढ़ती इनकी संख्या पर रोक लगाने व बंदरो के आतंक से नगर को मुक्त करने की माँग रानीधारा समेत समस्त नगर वासी करते है।
जान-माल की हानि से बचाने के लिए उपरोक्त दो सूत्रीय मागों के तत्काल समाधान की पुरजोर माँग की।
जिलाधिकारी अल्मोड़ा ने बताया कि बंदरों से निजात दिलाने के लिए व्यापक स्तर पर बधियाकरण अभियान चलाया जाएगा जिसके लिए मथुरा से विशेषज्ञों की टीम बुलायी जा रही है,साथ ही नगरपालिका के कर्मचारियों को बधियाकरण की ट्रेनिंग दी जाएगी,व व्यपाक स्तर पर बंदरबाड़ो का निर्माण किया जाएगा।
जिलाधिकारी ने बताया कज रानीधारा सड़क के सुधारीकरण के लिए टेंडर हो गया है जल्द ही सुधारीकरण का कार्य प्रारंभ हो जाएगा,इसके अतिरिक्त रानीधारा सड़क में पानी की निकासी की व्सवस्था न होने के कारण स्थाई व्सवस्था के लिए डामर के स्थान सी0सी0 मार्ग के निर्माण के लिए 2-3 करोड़ के लागत का एस्टीमेट शासन को भेजने की प्रक्रिया में है।
ज्ञापन देने वालों में मंच के सयोंजक विनय किरौला,महेश पंत,मुकुल पंत,मीडिया प्रभारी मयंक पंत,श्याम कनवाल,वीरेंद्र सिंह कनवाल,बीरा सिंह रावत,सुरेश चंद्र जोशी,कविता नेगी,नरेंद्र सिंह,प्रतिमा पंत,अनुपमा पंत,हेमा जोशी,महेंद्र सिंह,देवेंद्र सिंह क्वार्बी,नरेंद्र सिंह दरमवाल आदि थे।