पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत पर जमीन फर्जीवाड़ा का आरोप राज्यपाल से की सीबीआई जाँच की माँग
सूबे के पूर्व केबिनेट मंत्री और कद्दावर नेता हरक सिंह रावत की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। इस बार फिर जमीन से जुड़े एक मामले को लेकर उन पर फर्जीवाड़ा कर जमीन अपने परिचितों के नाम करवाने का आरोप लगा है। जिसके चलते इस हाई-प्रोफाइल मामले की जांच सीबीआई से कराये जाने की मांग की गई है।
दरअसल आपको बता दें कि जनसंघर्ष मोर्चा की ओर से राज्यपाल को भेजें गये एक मांग पत्र में कद्दावर नेता हरक सिंह रावत द्वारा विकासनगर अंतर्गत शंकरपुर में स्थित जमीन के कागजातों में फर्जीवाड़ा कर करीब 107 बीघा जमीन हड़पने के आरोप लगाये गये है। साथ ही इस प्रकरण की जांच सीबीआई से कराये जाने की मांग की गई है।
मोर्चा के अध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी का आरोप है कि हरक सिंह रावत ने एनडी तिवारी कार्यकाल में राजस्व मंत्री रहते हुए विकासनगर अंतर्गत शंकरपुर में स्थित एक जमीन की फर्जी पावर आफ अटर्नी के जरिए अपने नजदिकियों के नाम फर्जी वाड़ा कर जमीन ट्रांसफर करवाई।
बताया कि लम्बे समय तक सुर्खियों में रहे इस प्रकरण को लेकर सन् 2015 में गठित जांच टीम ने अपनी रिपोर्ट शासन को दी जिस पर अभी तक कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई। जिसको लेकर आज राज्यपाल को इस प्रकरण को लेकर सीबीआई जांच की मांग की गई है।