श्रद्धालु भवाली से सिर्फ शटल सेवा से ही पहुंचेंगे कैंची धाम,नैनी बैंड तक वन-वे, देखे रूट प्लान
विश्वप्रसिद्ध कैंची धाम में 15 जून को मनाए जाने वाले स्थापना दिवस को लेकर पुलिस व प्रशासन ने तैयार पूरी कर ली है। इसके तहत भक्त भवाली से शटल सेवा से ही कैंची धाम पहुंचेंगे।इस दिन बिना अनुमति सड़क किनारे जलपान व भंडारा प्रतिबंधित रहेगा।
🔹ये रहेगा रूट प्लान
हल्द्वानी से अल्मोड़ा जाने वाले यात्री वाहन 14 जून को खुटानी मोड़ पदमपुरी पोखराड़- कश्यालेख-शीतला मोना- ल्वेशाल एवं क्वारब होते हुए रवाना होंगे।नैनीताल से अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ को जाने वाले वाहन भवाली रामगढ़ तिराहे से होते हुए मल्ला रामगढ़, नथुवाखान, क्वारब से भेजे जाएंगे।एसपी क्राइम जगदीश चंद्रा ने सोमवार को बताया कि अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ से आने वाले वाहन 14 जून को अपराह्न दो बजे से क्वारब पुल से मोना ल्वेशाल- शीतला- पदमपुरी होते हुए खुटानी बैंड से भीमताल की ओर प्रस्थान करेंगे।
रानीखेत की ओर से आने वाले वाहन क्वारब होते हुए, ल्वेशाल-मोना-पदमपुरी से खुटानी बैंड से भीमताल की ओर प्रस्थान करेंगे।भीमताल की ओर से आने वाले वाहन नैनी बैंड-मस्जिद तिराहा-बाईपास पर पार्क कराए जाएंगे। नैनी बैंड से श्रद्धालुओं को शटल से कैंचीधाम के लिए भेजा जाएगा।
🔹शटल सेवा से भेजा जाएगा कैंची धाम
🔹नैनीताल की ओर से कैंचीधाम आने वाले चार पहिया वाहनों को सेनिटोरियम-रातीघाट रोड पर पार्क कराया जाएगा।
🔹यात्रियों को सेनिटोरियम बैरियर से शटल सेवा से कैंची धाम भेजा जाएगा।
🔹खैरना की ओर से आने वाले दर्शनार्थियों के वाहनों को खैरना पेट्रोल पंप के आगे पार्क कराया जाएगा। वहां से शटल सेवा के माध्यम से पनीराम ढाबे तक लाया व ले जाया जाएगा।
🔹भीमताल-नैनीताल की ओर से कैंची जाने वाले दुपहिया वाहन भवाली में रामलीला परिसर एवं पेट्रोल पंप के पास पार्क कराया जाएगा। वहां से श्रद्धालुओं को शटल से कैंची धाम ले जाया जाएगा।
🔹इस दौरान जितनी भी शटल गाड़ियां भवाली क्षेत्र में आएंगी वह वन विभाग बैरियर तक ही जाएंगी। वहां से श्रद्धालु कैंची मंदिर तक पैदल ही जाएंगे।
🔹काठगोदाम से भवाली (नैनी बैंड) मार्ग वन-वे रहेगा। इस मार्ग पर गाड़ियां भवाली (नैनी बैंड) तक जाएंगी। वापसी के लिए वाहन मस्जिद तिराहा भवाली से बैंड नंबर एक को जाएंगे।
🔹स्थापना दिवस के दौरान भवाली से कैंची धाम तक सड़क किनारे बिना अनुमति भंडारा व जलपान कराना प्रतिबंधित रहेगा। भवाली से केवल शटल सेवा से ही भक्त कैंची धाम जाएंगे। किसी को भी निजी वाहन ले जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।