चक्रवात की चपेट में गुजरात, दिल्ली-पंजाब समेत इन राज्यों में दिखा असर,तटीय इलाकों में चलने वाली ट्रेनें कैंसिल
इस साल अरब सागर से निकला चक्रवात बिपरजॉय अब खतरनाक तूफान में बदल चुका है। 15 जून यानी आज यह गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ के तटीय क्षेत्रों से टकराने वाला है। ऐसा 25 साल बाद होगा जब कोई तूफान गुजरात के तट कोपार करेगा। इस बीच तटीय क्षेत्रों के लिए रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। हालांकि इस चक्रवात का असर सिर्फ गुजरात या महाराष्ट्र तक की सीमित नहीं रहेगा। 16 जून को इसका असर राजस्थान में भी देखने को मिल सकता है।
🔹साइक्लोन के कारण बारिश की संभावना
समुद्र तटों से टकराने के बाद भी अगले चार-पांच दिनों तक चक्रवात की हवा 30-40 किमी प्रतिघंटे की गति से पूर्व की ओर बढ़ेगी। IMD के मुताबिक, दिल्ली समेत पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में साइक्लोन के कारण बारिश हो सकती है। स्काइमेट के प्रवक्ता महेश पलावत ने बताया कि 18 जून से दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में चक्रवाती हवा का असर दिखने लग जाएगा।
🔹सौराष्ट्र और कच्छ में बारिश की संभावना
मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि गुजरात के तट से टकराने के बाद चक्रवात का साफ तौर पर देखा जा सकेगा। हवा की गति थोड़ी धीमी होने लगी है, लेकिन 15 जून को तट से टकराने के दौरान गति 125 से 135 किमी प्रतिघंटे रह सकती है। तटीय इलाकों में भी अत्यधिक वर्षा की चेतावनी जारी कर दी गई है। IMD के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा के मुताबिक, सौराष्ट्र और कच्छ में अगले दो दिनों तक बारिश होगी।
🔹दिल्ली में भीषण गर्मी से मिलेगी राहत
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, देश के पश्चिमी-दक्षिणी राज्यों में 15 और 16 जून को बारिश होने की संभावना है। आईएमडी ने दिल्ली में 15 और 16 जून को गरज के साथ बारिश होने की संभावना जताई है। उन्होंने बताया कि 17 जून को भी दिल्ली के कुछ हिस्सों में बारिश हो सकती है।
🔹महाराष्ट्र में जारी रहेगी गर्मी
IMD ने बताया कि महाराष्ट्र में गर्मी से राहत मिलने की संभावना कम है। उन्होंने कहा कि अगले एक सप्ताह तक महाराष्ट्र में तापमान चढ़ा रहेगा। हालांकि, इस दौरान हल्की बारिश हो सकती है। इसके साथ ही गोवा, गुजरात, बंगाल में बारिश होने की संभावना है। वहीं, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी जारी रहेगी।
🔹बिहार, झारखंड और ओडिशा में गर्मी से राहत नहीं
बिहार, झारखंड और ओडिशा में एक सप्ताह तक तापमान में कमी होने की संभावना नहीं है। यानी कि इन राज्यों में गर्मी का सिलसिला जारी रहेगा। इस दौरान, बिपरजॉय की वजह से कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है। इसके साथ ही दिन के दौरान गर्म हवाएं चल सकती है।
🔹तटीय इलाकों में चलने वाली ट्रेनें कैंसिल
गौरतलब है कि बिपरजॉय की दस्तक के साथ ही एहतियात के तौर पर तटीय इलाकों में चलने वाली सारी ट्रेनें कैंसिल कर दी गई हैं। खेतों में खड़ी फसलों, पेड़ों और बागों को क्षति पहुंच सकती है। भारतीय मौसम विभाग (आइएमडी) के मुताबिक, बिपरजॉय गुरुवार रात जखाऊ पोर्ट के पास तट से टकराएगा। अभी समुद्र में इसकी गति 160-170 किमी प्रतिघंटा है। यह उत्तर की ओर बढ़ रहा था, लेकिन दोपहर बाद यह पूर्व की ओर मुड़ गया है।