बागेश्वर पहुंची गुरिल्ला संगठन की यात्रा, सीमा की सुरक्षा और नौकरी पेंशन की मांग
एसएसबी स्वयंसेवक कल्याण समिति (गुरिल्ला संगठन) जनजागरण रथ यात्रा डीडीहाट, थल, पिथौरागढ़ से बागेश्वर पहुंची। यात्रा में आए सदस्यों ने बागनाथ मंदिर दर्शन किए। उसके बाद नुमाइश खेत में एक सभा आयोजित की गई। संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष ब्रह्मानंद डालाकोटी ने कहा कि गुरिल्लों की मांग केवल अपनी नौकरी पेंशन की नहीं है। हमारी मांग का दूसरा महत्वपूर्ण पक्ष यह है कि यह सीमा की सुरक्षा से जुड़ा मामला है।
🔹सरकार कम प्रशिक्षित लोगों से लेती है कार्य
गुरिल्ला सुरक्षा प्रणाली के समाप्त होने के बाद अलगाव वादी ताकतें सीमावर्ती क्षेत्रों में फिर से सक्रिय हो गई हैं। सरकार को गुरिल्लों के सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा एवं राष्ट्र हित में किए गए कार्यों का संज्ञान लेकर सीमाओं में शांति व्यवस्था बनाने में उनका उपयोग करना चाहिए। राज्य सरकार गुरिल्लों को होम गार्ड, पीआरडी के माध्यम से विभिन्न विभागों में भर्ती करने का निर्णय तो लेती है, लेकिन उनसे कम प्रशिक्षित लोगों से कार्य लेती है।
🔹कोर्ट जाने के नाम पर गुरिल्लों का शोषण बंद हो – शिवराज बनौला
रथयात्रा में साथ चल रहे अल्मोड़ा के जिलाध्यक्ष शिवराज बनौला ने कहा कि कोर्ट जाने के नाम पर गुरिल्लों का शोषण बंद हो। कोर्ट गए लोग पहले नौकरी पेंशन ले लें, बाकी को हम बिना शुल्क दिला देंगे, उन्होंने कहा कोर्ट गए लोग गुरिल्लों को आंदोलन से भटका कर जाने -अंजाने सरकार का ही काम कर रहे हैं। वक्ताओं ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनावों के दृष्टिगत हमें एकजुट होकर आंदोलन में पूरी ताकत के साथ एकत्र होकर, इधर- उधर भटकना छोड़ना होगा।
🔹मौजूद रहे
सभा का संचालन दान सिंह बघरी पूर्व जिलाध्यक्ष बागेश्वर ने किया। सभा में विशन दत्त भट्ट, हेमंत सिंह, राजेंद्र सिंह, प्रताप सिंह, दिनेश लोहानी, उमेश सिंह नेगी, हीरा सिंह, तुलसी देवी, नंदी देवी, मुन्नी देवी, कमला देवी, प्रेम राम, किशन राम, भागीरथी देवी मौजूद रहे।