अल्मोड़ा : नगरीय क्षेत्र में जल निकासी का समाधान निकाले विभाग -जिलाधिकारी

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अल्मोड़ा: वर्ष 1864 में स्थापित नगर पालिका अल्मोड़ा अंतर्गत नगरीय क्षेत्र में जल निकासी की समुचित व्यवस्था हेतु वार्डवार परियोजना तैयार की जा रही है।

 

इस सम्बन्ध में सोमवार को नवीन कलक्ट्रेट भवन में जिलाधिकारी वंदना द्वारा सिंचाई,नगर पालिका, गोविन्द बल्लभ पंत हिमालयन पर्यावरण संस्थान सहित अन्य विभागों व संस्थानों के अधिकारियों व वैज्ञानिकों के साथ बैठक कर जल निकासी हेतु तैयार प्रस्तावों पर चर्चा करते हुए अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।

 

जिलाधिकारी द्वारा पूर्व में दिए गए निर्देशानुसार नगर पालिका अल्मोड़ा अंतर्गत कुल 13 वार्डों में जल निकासी के समाधान हेतु सिंचाई विभाग द्वारा प्रस्ताव तैयार कराए जा रहे हैं। बैठक में अधिशासी अभियंता सिंचाई ने अवगत कराया कि वर्तमान तक 13 वार्डों में से 2 वार्ड की सर्वे पूर्ण कर डीपीआर तैयार कर ली गई है।
जिलाधिकारी ने कहा कि प्रथम चरण के अंतर्गत एनटीडी वार्ड को लिया जा रहा है। जिलाधिकारी ने कहा कि उक्त प्रस्ताव का जी बी पंत हिमालयन पर्यावरण संस्थान से भी पर्यावरणीय दृष्टि से तकनीकी सलाह व सुझाव प्राप्त कर लिए जाय, इस हेतु सिंचाई विभाग, नगर पालिका व जीबी पंत संस्थान पुनः एनटीडी वार्ड की सर्वे कर आवश्यक सुझावों को सम्मिलित करते हुए प्रस्ताव तैयार कर प्रस्तुत करें। जिसे शासन को भेजा जाएगा। जिलाधिकारी ने सिंचाई विभाग को निर्देश दिए कि अन्य वार्डों में भी जल निकासी हेतु सर्वे कर प्रस्ताव तैयार करें।

 

 

जिलाधिकारी ने अधिशासी अधिकारी नगर पालिका को नगर क्षेत्रान्तर्गत नाली के ऊपर हुए अतिक्रमण को भी चिह्नित कर उसे हटाएँ जाने हेतु कार्यवाही शुरू करें।
बैठक में जिलाधिकारी ने नगर अंतर्गत जल निकासी के कुल 34 नाले जो नगर पालिका द्वारा चिह्नित हैं, उनके जीर्णोद्धार हेतु पुराने नक्शे के अनुसार सिंचाई विभाग को 15 दिन में डीपीआर तैयार करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि जल निकासी की समस्या के समाधन के लिए तेजी से कार्य करने की आवश्यकता है। इस हेतु वैज्ञानिकों के भी सुझाव सामिल किए जाय। सिंचाई विभाग चरणबद्ध तरीके से प्रस्ताव तैयार करें, ताकि विभिन्न मदों से धनराशि प्राप्त करने हेतु शासन को प्रस्ताव भेजा जा सके।

 

बैठक में सिंचाई,नगर पालिका, जीबी पंत पर्यावरण संस्थान, विवेकानंद कृषि अनुसंधान संस्थान आदि विभागों,संस्थानों के अधिकारी व विशेषज्ञ उपस्थित रहे।

 

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