Almora News:बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर गरजे राज्य आंदोलनकारी,राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल के बाहर दिया धरना

0
ख़बर शेयर करें -

नगरखान राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल की बदहाल स्थिति को लेकर राज्य आंदोलनकारियों और ग्रामीणों ने मोर्चा खोल दिया है। मंगलवार को अस्पताल में व्याप्त समस्याओं के निराकरण को लेकर राज्य आंदोनकारियों और ग्रामीणों ने अस्पताल परिसर में धरना दिया।इस दौरान शासन प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

अस्पताल परिसर में धरना प्रदर्शन के दौरान वक्ताओं ने कहा कि क्षेत्र में लंबे समय से बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं के चलते लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। आयुर्वेदिक अस्पताल में छह माह से चिकित्सक नहीं होने से मरीजों को उपचार नहीं मिल पा रहा है।

इससे डालाकोट, डाला, बरगल, सनगाड़ी, सिरोनियाल, दसाऊ, भेटा, चापड़, नाखोट, कसून, गिरचोला, ग्वाड सहित एक दर्जन से अधिक गांव के करीब तीन हजार लोगों को उपचार के लिए नौ किमी दूर पीएचसी पनुवानौला, बाड़ेछीना या फिर 29 किमी दूर मुख्यालय अल्मोड़ा की दौड़ लगानी पड़ रही है।

यह भी पढ़ें 👉  Weather Update :उत्तराखंड के भी कई जगहों पर हो सकती है बर्फबारी,मैदानी इलाकों के मौसम में बड़ा भी दिखेगा परिवर्तन

इससे जहां मरीजों का समय बर्बाद हो रहा है, वहीं उन्हें आर्थिक दिक्कतों से भी जूझना पड़ रहा है। राज्य आंदोलनकारियों ने आरोप लगाया कि क्षेत्र में आज तक सांसद निधि से कोई कार्य नहीं हुआ है। आक्रोशित लोगों ने कहा कि जल्द अस्पताल की व्यवस्थाओं को नहीं सुधारा गया तो शासन-प्रशासन के खिलाफ उग्र आंदोलन समेत चुनाव बहिष्कार के लिए बाध्य होना पड़ेगा।

🔹एलोपैथिक अस्पताल खोलने की मांग

लोगों ने क्षेत्र में एलोपैथिक अस्पताल खोलने की मांग की है। इसके अलावा राजकीय इंटर कॉलेज नगर खान के भवन निर्माण, विद्यालय में गणित विषय की स्वीकृति देने, डालाकोट में सोलर पंप बनाने, अनिआगर-नगरखान सड़क, सिरोनिया-डालाकोट सड़क का सुधारीकरण करने, बैंक की शाखा खोलने समेत आधार और राशनकार्ड को ग्राम पंचायत स्तर पर अपडेट करने आदि की मांग उठाई। साथ ही आंदोलनकारियों ने पेंशन बढ़ाने, क्षैतिज आरक्षण लागू करने, आश्रितों को पेंशन और चिन्हीकरण की भी मांग उठाई।

यह भी पढ़ें 👉  देश विदेश की ताजा खबर शनिवार 2 नवंबर 2024

🔹ये लोग रहे मौजूद

धरना प्रदर्शन करने वालों में राज्यआंदोलनकारी ब्रह्मानंद डालाकोटी, दौलत सिंह बगडवाल, गोपाल सिंह बनौला, तारा राम, नवीन डालाकोटी, सुंदर सिंह, गोपाल सिंह गैड़ा, मनोरमा देवी, जानकी देवी, शंभू दत्त, कृष्ण चंद्र, शंकर दत्त, भुवन चंद्र, नरेंद्र प्रसाद, आन सिंह, हरीश डालाकोटी, गीता देवी, ममता देवी, पूरन राम, शंकर सिंह, तारा देवी, बसंत बल्लभ, पूरन सिंह समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *