Almora News:रेडियोलॉजिस्ट की कमी से जूझ रहा बेस अस्पताल, अल्ट्रासाउंड के लिए भटक रहे मरीज
जिले के सबसे बड़े अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्था लड़खड़ा रही है। सरकारी अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी हो रही है। यही हाल अस्पताल के रेडियोलोजी विभाग का है जहां रेडियोलॉजिस्ट की पदस्थापना ही नहीं है।एक साथ 14 चिकित्सकों का बांड पूरा होने से यहां मरीजों को इलाज मिलना मुश्किल हो गया है। अब यहां एक भी रेडियोलॉजिस्ट तैनात नहीं है और अल्ट्रासाउंड पूरी तरह ठप हो गए हैं।अल्ट्रासाउंड कक्ष में ताले लटके रहे और मरीज जांच के लिए भटकते रहे।
🔹लोगों को बेहतर इलाज देने वाले चिकित्सकों की भारी कमी
जिले की छह लाख से अधिक की आबादी को बेहतर इलाज मुहैया कराने के दावे कर बेस अस्पताल खोला गया। इसका मेडिकल कॉलेज के अधीन संचालन हो रहा है लेकिन यहां लोगों को बेहतर इलाज देने वाले चिकित्सकों की भारी कमी है। बीते शुक्रवार को यहां तैनात 14 चिकित्सकों का बांड खत्म होने से उनकी सेवा समाप्त हो गई है और उन्होंने अन्य अस्पतालों का रुख किया है।
🔹रेडियोलॉजिस्ट का बांड खत्म होने से आई दिक्कत
ऐसे में यहां की स्वास्थ्य व्यवस्थाएं दूसरे ही दिन लड़खड़ गईं। बड़ी संख्या में जिले के कई हिस्सों से मरीज बेहतर इलाज की उम्मीद में यहां पहुंचे लेकिन चिकित्सकों के कक्ष में ताले लटके रहे और मरीजों को अन्य अस्पतालों में जाना पड़ा। सबसे बड़ी दिक्कत एकमात्र रेडियोलॉजिस्ट का बांड खत्म होने से आई है।
🔹निजी क्लीनिक की दौड़ लगानी पड़ रही
रेडियोलॉजिस्ट न होने से यहां अल्ट्रासाउंड ठप हो गए हैं और कक्ष में ताले लटकाने पड़े हैं। शनिवार को अल्ट्रासाउंड जांच के लिए यहां 30 से अधिक मरीज पहुंचे लेकिन उन्हें बैरंग लौटते हुए निजी क्लीनिक की दौड़ लगानी पड़ी।
🔹जिला अस्पताल में भी मिली अगली डेट
बेस अस्पताल में अल्ट्रासाउंड ठप होने से मजूबर होकर कई मरीजों से जिला अस्पताल की दौड़ लगाई। लेकिन यहां भी मरीजों की भीड़ होने से उन्हें निराश होना पड़ा। सोमेश्वर की जया देवी ने बताया कि अल्ट्रासाउंड कराने के लिए वह सुबह ही बेस अस्पताल पहुंची। लेकिन वहां पहुंचकर रेडियोलॉजिस्ट न होने का पता चला तो वह जिला अस्पताल पहुंची। लेकिन यहां भी उन्हें राहत नहीं मिली और अल्ट्रासाउंड के लिए सोमवार की डेट दी गई। अब उन्हें फिर से जिला अस्पताल आना होगा। संवाद
🔹बोले मरीज
अल्ट्रासाउंड जांच के लिए बेस अस्पताल पहुंचने पर मायूसी हाथ लगी। जिला अस्पताल में भी सोमवार की डेट दी गई। ऐसे में बैरंग लौटना पड़ रहा है और फिर से दोबारा यहां आना होगा।
जया देवी, सोमेश्वर।
सबसे बड़े अस्पताल में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं न मिलना गंभीर है। बेस अस्पताल से मायूस लौटना पड़ा और जिला अस्पताल में भी भीड़ अधिक होने से अल्ट्रासाउंड नहीं हुआ। व्यवस्थाओं में सुधार होना चाहिए।
प्रभा तिवारी, सोमेश्वर।