Almora News:अल्मोड़ा जेल में मनाई गई अगस्त क्रांति दिवस, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को किया गया याद

अल्मोड़ा के ऐतिहासिक जेल में अगस्त क्रांति दिवस मनाई गई।उत्तराखंड की सबसे पुरानी जेल अल्मोड़ा की जेल है। इस जेल में पंडित नेहरू दो बार रहे हैं।इनके अलावा भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत, खान अब्दुल गफ्फार खां सहित 7 लोग इस जेल में रहे। स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ी हुई अनेक यादें यहा रखी है।भारत छोड़ो आन्दोलन की 82वीं वर्षगांठ के अवसर पर अल्मोड़ा की ऐतिहासिक जेल में कल नौ अगस्त को आजादी के वीर सपूतों को याद कर अगस्त क्रांति मनाया गया।
🔹स्कूली छात्रों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए
इस मौके पर साल भर के बाद जिला कारागार को आम लोगों के लिए खोला गया। इस दौरान आजादी के वीर सपूतो को श्रद्धासुमन अर्पित कर उनके बलिदान को याद किया। जेल प्रशासन द्वारा आयोजित समारोह में स्कूली छात्रों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। साथ ही जिला प्रशासन ने कारागार के नेहरू वार्ड परिसर में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पर प्रदर्शनी भी लगाई।
🔹जेल में स्वतंत्रता संग्राम के सेनानियों की अनेक यादें संरक्षित
गौरतलब है कि 1872 में अल्मोड़ा में बनाई गईं ऐतिहासिक जेल आजादी के आन्दोलन की गवाह रही है। जिला जेल में देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू, गोविन्द बल्लभ पंत,, बद्रीदत्त पाण्डे, खान अब्दुल गफ्फार खान, समेत कई आजादी के वीर सपूत बंदी रहे।इस जेल में स्वतंत्रता संग्राम के सेनानियों की अनेक यादें संरक्षित हैं.यहां स्थित नेहरू वार्ड में उनके खाने के बर्तन, चरखा, दीपक, चारपाई सहित पुस्तकालय भवन, भोजनालय आदि है. अगस्त क्रांति के अवसर पर हर वर्ष 9 अगस्त को इस जेल के नेहरू वार्ड में अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. इस जेल को संरक्षित कर इसे हैरिटेज के रूप में विकसित करने की लंबे समय से मांग भी उठ रही है।
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