Brics Summit:ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शामिल होने दक्षिण अफ्रीका जाएंगे पीएम नरेंद्र मोदी

ख़बर शेयर करें -

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 22 अगस्त से यहां होने वाले अगले ‘ब्रिक्स’ शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। इसके साथ ही दक्षिण अफ्रीका सरकार ने उन ”अफवाहों” को खारिज कर दिया, जिनमें मोदी के पांच देशों के समूह की बैठक में हिस्सा नहीं लेने की बात कही गई थी।दुनिया के पांच सबसे बड़े विकासशील देश ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका ब्रिक्स में शामिल हैं। ये सभी देश 41 फीसदी वैश्विक आबादी, 24 फीसदी वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद और 16 फीसदी वैश्विक व्यापार का प्रतिनिधित्व करते हैं। 

🔹22-24 अगस्त को होगा ब्रिक्स सम्मेलन

भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि राष्ट्रपति रामफोसा ने 22-24 अगस्त को दक्षिण अफ्रीका में आयोजित होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के लिए प्रधानमंत्री को आमंत्रित किया और उन्हें इसकी तैयारियों के बारे में जानकारी दी। गुरुवार को मोदी और रामफोसा के बीच फोन पर हुई वार्ता के बाद मंत्रालय ने कहा कि प्रधानमंत्री ने निमंत्रण स्वीकार कर लिया और बताया कि वह शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए जोहान्सबर्ग की अपनी यात्रा के लिए उत्सुक हैं।

यह भी पढ़ें 👉  देश विदेश की ताजा खबरें रविवार 29 जुलाई 2025

🔹 ब्रिक्स में कौन-कौन से देश होना चाहते हैं शामिल

दक्षिण अफ्रीका में 22 से 24 अगस्त तक होने वाले शिखर सम्मेलन में ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) के विस्तार पर व्यापक विचार-विमर्श किया जाएगा। संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, अर्जेंटीना, ईरान, इंडोनेशिया और कजाकिस्तान उन देशों में शामिल हैं जिन्होंने समूह में शामिल होने में गहरी रुचि दिखाई है।

यह भी पढ़ें 👉  Almora News:चलती कार की खिड़की से बाहर निकल कर खतरनाक तरीके से स्टंट करने पर हुई चालानी कार्यवाही व डीएल निरस्तीकरण

🔹भारत ने ब्रिक्स के विस्तार पर क्या कहा

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने दिन में एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि हमने कुछ निराधार अटकलें देखी हैं कि भारत को विस्तार के खिलाफ आपत्ति है। यह बिलकुल सच नहीं है। उन्होंने कहा, “हमने विस्तार पर भारत की स्थिति के बारे में बात की है और हमने अतीत में अपनी स्थिति स्पष्ट की है। जैसा कि पिछले साल नेताओं ने कहा था, ब्रिक्स सदस्य पूर्ण परामर्श और सर्वसम्मति के आधार पर ब्रिक्स विस्तार प्रक्रिया के लिए मार्गदर्शक सिद्धांतों, मानकों, मानदंडों और प्रक्रियाओं पर आंतरिक रूप से चर्चा कर रहे हैं।”