Uttrakhand News :सल्ट में 6 घंटे बत्ती गुल बगैर एक्स-रे कराए मायूस लौटे मरीज

सल्ट में बिजली गुल होने से व्यापारियों, स्थानीय लोगों, ग्रामीणों के साथ ही मरीजों को फजीहत झेलनी पड़ी। सीएचसी देवायल में बिजली न होने से एक्सरे और खून की जांच ठप रही।
इससे मरीज बेहाल रहे और उन्हें जांच के लिए घंटों इंतजार करना पड़ा लेकिन उन्हें मायूसी हाथ लगी और बिना जांच के घर लौटना पड़ा। वहीं बिजली अधिकारियों का कहना है कि हाईटेंशन लाइन में ब्रेकडाउन से बिजली आपूर्ति ठप रही।
💠 सुबह 8:00 बजे से रही बत्ती गुल।
सल्ट क्षेत्र को आपूर्ति करने वाली 33 केवीए लाइन में ब्रेकडाउन होने से बुधवार सुबह आठ बजे से बिजली गुल रही। इसके चलते मौलेखाल, शशीखाल, जालीखान, कालीगांव, कटरिया मन्हेत, डंगुला, सकरखोला घचकोट, भ्याड़ी, मुनड़ा, औलेत, बागीधार, खदेरागांव, नैवलगांव सहित 50 से अधिक गांवों की आठ हजार से अधिक की आबादी को खासी दिक्कत झेलनी पड़ी। बिजली ने सबसे अधिक दर्द मरीजों का बढ़ाया। सीएचसी देवायल में बिजली न होने से एक्सरे, खून की जांच नहीं हो सकी। यहां मरीजों का सुबह से पहुंचना शुरू हो गया।
💠लैब के बाहर घंटों किया बिजली का इंतजार।
चिकित्सकों ने 20 से अधिक मरीजों को एक्सरे और खून जांच की सलाह दी। वे एक्सरे कक्ष और लैब के बाहर बिजली आने का घंटों इंतजार करते रहे लेकिन दोपहर दो बजे तक भी बिजली आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी और उन्हें बगैर जांच के ही दर्द सहते हुए घर लौटना पड़ा।
अस्पताल के भीतर भी अंधेरा छाया रहा और स्वास्थ्य कर्मी भी बिजली आने का इंतजार करते रहे। दोपहर ढाई बजे के करीब बिजली आपूर्ति बहाल हो सकी, लेकिन तब तक मरीज मायूस होकर लौट चुके थे।
💠अस्पताल में रखा जनरेटर खराब।
मौलेखाल। बिजली आपूर्ति ठप रहने से सीएचसी देवालय में बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की पोल खुली है। बुधवार को बिजली गुल रही, जिससे अस्पताल में एक्सरे और खून की जांच नहीं हो सकी। घंटों इंतजार के बाद जब यूपीसीएल का साथ नहीं मिला तो अस्पताल के कक्ष में रखे जनरेटर की याद आई लेकिन उसने भी मरीजों का साथ नहीं दिया। जनरेटर लंबे समय से खराब है, जिसे ठीक करने के प्रयास नहीं हुए। इसकी मार मरीजों को सहनी पड़ी।
💠33 केवीए लाइन में ब्रेक डाउन होने से बिजली आपूर्ति ठप रही। खराबी को दूर कर आपूर्ति बहाल की दी गई है। – वसीम अहमद, जेई, यूपीसीएल, सल्ट।
💠बिजली आपूर्ति ठप रहने से एक्सरे और अन्य जांच नहीं हो सकी। जनरेटर को जल्द ठीक किया जाएगा। अस्पताल में 15 केवीए क्षमता का जनरेटर उपलब्ध है लेकिन एक्सरे के संचालन के लिए 55 केवीए क्षमता के जनरेटर की जरूरत होती है। – डॉ. धीरेंद्र मोहन गहलोत, प्रभारी चिकित्साधिकारी, सीएचसी देवायल।